आतंकियों के समर्थन में खुल कर सामने आया पाक, UNSC में TRF का किया बचाव
Pakistan With TRF: पाकिस्तान की नींव आतंकवाद पर टिकी है। यही कारण है कि वैश्विक मंचों पर वो आतंकवादियों को बचाने में लगा रहता है। पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाला TRFयानी रेजिस्टेंस फ्रंट के समर्थन में पाकिस्तान खुल कर खड़ा हो गया है। इस बात को खुद पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कबूला है। उन्होंने यह बात बड़ी बेशर्मी से मानी कि UNSCमें लाए प्रस्ताव से TRFके नाम को हटाया गया। गौरतलब है कि TRF, लश्कर-ए-तयैबा का ही अंग माना जाता है। पहलगाम हमले की जानकारी खुद TRFने ली थी। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान ने उनका बचाव करके एकबार फिर दुनिया के सामने अपना असली रंग दिखा दिया।
TRF के साथ खड़ी पाकिस्तानी हुकूमत
पाकिस्तान का आतंकियों के प्रति प्रेम किसी से छुपा नहीं है। समय-समय पर पाकिस्तानियों आतंकियों के बचाव में अपनी आवाज बुलंद की है। इस बीच पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने वाला TRFके समर्थन में पाकिस्तान खड़ा हो गया है। UNSCमें पहलगाम हमले के खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव में पाकिस्तान दो सुधारों पर अड़ गया। पहला, UNSCमें पाक के स्थायी सदस्य में निंदा प्रस्ताव में पहलगाम के जगह जम्मू-कश्मीर लिखने को कहा। वहीं, दूसरा, पाकिस्तान ने निंदा प्रस्ताव में से TRFके नाम को हटाने की बात कही। इस मामले पर कई देशों ने पाकिस्तान से वार्ता भी की लेकिन वो अड़ा रहा औऱ अंत में प्रस्ताव को बदलना पड़ा।
विदेश मंत्री ने संसद को दी जानकारी
पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कहा कि अगर TRFपहलगाम हमले में शामिल है तो उसके क्या सबूत हैं। बगैर सबूत को संगठन का नाम प्रस्ताव में नहीं आना चाहिए था। इशाक डार ने यहां तक दावा किया कि TRFने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन सच इससे पूरा उलट है। हमले के कुछ देर बाद ही TRFने इसकी जिम्मेदारी ले ली थी। हालांकि, जब भारत की कड़ी प्रतिक्रिया का अंदेशा उन्हें हुआ तो वो अपने बयान से पीछे हट गए। UNSCमें किसी भी प्रस्ताव को पारित करने के लिए सदस्य देशों की हामी जरूरी होती है औऱ पाकिस्तान ने इस शक्ति का इस्तेमाल आतंकियों को बचाने के लिए किया।
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