भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव पर भड़के संजय राउत, कहा- हाथ न मिलाना बहाना है,नहीं खेलना था तो बाहर...

Sanjay Raut on Suryakumar Yadav: एशिया कप 2025 के हाई-वोल्टेज मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से धूल चटाई, लेकिन जीत का जश्न विवादों की भेंट चढ़ गया। दरअसल, पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 127 रन बनाए और इंडिया को 128 रनों का टारगेट दिया, जिसे भारत ने 15.5 ओवर में 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 37 गेंदों में 47 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि कुलदीप यादव ने 4 ओवर में 3 विकेट झटककर पाकिस्तान की कमर तोड़ दी। लेकिन मैदान के बाहर शिवसेना नेता संजय राउत ने इस जीत को ‘ढोंग’ करार देते हुए बीजेपी और सूर्यकुमार पर जमकर हमला बोला।
राउत ने कहा कि "मैदान पर मैच खेला गया। पाकिस्तानी के अधिकारियों से हाथ मिलाए गए। हमने देखा। यह ढोंग पीएम मोदी को शोभा देता है।सूर्यकुमार यादव को अगर खेलना था तो खेलो, नहीं खेलना था तो बाहर निकलो।"अगर खेलना ही नहीं था, तो मैदान में उतरने का क्या मतलब? उन्होंने सूर्यकुमार के ‘हाथ न मिलाने’ के दावे को बहाना बताया और इसे बीजेपी की ‘पाखंडी राष्ट्रवादिता’ से जोड़ा।
राउत का बीजेपी और शिंदे गुट पर वार
संजय राउत ने बीजेपी पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि भारत-पाक मैच के जरिए बीजेपी ने आतंकवादियों को आर्थिक मदद पहुंचाई, जिसकी हर भारतीय को निंदा करनी चाहिए। राउत यहीं नहीं रुके, उन्होंने एकनाथ शिंदे गुट पर भी तंज कसा, जो सूर्यकुमार की तारीफ में जुटा था। राउत ने इसे ‘चाटुकारिता’ करार देते हुए कहा कि यह उन भारतीय महिलाओं का अपमान है, जिनके मांग का सिंदूर छीना गया। उन्होंने शिंदे गुट के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को ‘नकाबपोश ढोंग’ बताया, जिसने उनके मुंह से ‘गंदगी की बदबू’ उजागर कर दी।
खेल की जीत या राजनीति की हार?
यह मैच सिर्फ क्रिकेट का मैदान नहीं, बल्कि राजनीतिक बयानबाजी का अखाड़ा बन गया। एक तरफ सूर्यकुमार की कप्तानी और कुलदीप की फिरकी ने भारत को शानदार जीत दिलाई, वहीं राउत के बयानों ने इस जीत पर सवालिया निशान लगा दिए। राउत का कहना है कि जय शाह की अगुवाई वाली टीम अगर सच्ची देशभक्त होती, तो यह मैच खेला ही नहीं जाता। सवाल यह है कि क्या क्रिकेट की यह जीत भारत के लिए गर्व का पल है या राजनीति के शोर में खो गई एक और कहानी? मैदान पर भारत ने भले ही बाजी मारी, लेकिन बयानों का यह खेल अभी थमने का नाम नहीं ले रहा।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular

Leave a Reply