JNU छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट ने तीन सीटों पर मारी बाजी, दशकों बाद हुई ABVP की बड़ी वापसी
JNU Student Union Elections 2025: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) चुनाव परिणाम घोषित हुए।नीतीश कुमार (AISA) अध्यक्ष चुने गए, मनीषा (DSF) उपाध्यक्ष चुनी गईं, मुंतेहा फातिमा (DSF) महासचिव चुनी गईं, वैभव मीना (ABVP) संयुक्त सचिव चुने गए। इसके अलावा, ABVP ने 42 में से 23 काउंसलर सीटों पर कब्जा कर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया।
AISA से चुने गए अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, "इस कैंपस में लगातार फंड काटा जा रहा है। हम सरकार के खजाने से खींच कर फंड लाएंगे। कैंपस के आधारभूत संरचना को जो बर्बाद किया गया है उसको बेहतर किया जाएगा। JNU प्रवेश परीक्षा के अपने मॉडल को दोबारा शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कैंपस का वामपंथ का आंदोलन खड़ा है। यदि ABVP का संयुक्त सचिव(वैभव मीना) इस कैंपस के दिए हुए जनादेश से एक कदम भी हिलने की कोशिश करता है, यदि वे JNU के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की कोशिश करता है तो पूरा पैनल उसके सामने खड़ा होगा। उसको चेतावनी है कि JNU के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की कोशिश ना करें।"
हम छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे- मुन्तहा फातिमा
नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष मनीषा ने कहा, " इस जीत पूरे विश्वविद्यालय की जीत है। ये बाबा साहब की जीत है, उनके सपने की जीत है। JNU लाल था और लाल ही रहेगा। हमने हमेशा छात्रों के लिए काम किया और उनकी आवाज उठाई, और हम भविष्य में भी यह काम करते रहेंगे। नवनिर्वाचित महासचिव मुन्तहा फातिमा ने कहा, "यहां हमेशा लेफ्ट यूनिट जीती है। हमें शिक्षा के केन्द्रीयकरण और निजीकरण के खिलाफ लड़ना है। हम छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।
दशकों बाद ABVP की हुई वापसी
नवनिर्वाचित संयुक्त सचिव वैभव मीना ने कहा, "हमने एक दशक के बाद यह जीत हासिल की है, और अगले चुनाव में ABVP सभी चार सीटें जीतेगी। बता दें कि मतदान 25 अप्रैल 2025 को दो चरणों में हुआ, जिसमें 7,906 मतदाताओं में से लगभग 5,500 (70% मतदान) ने हिस्सा लिया। इस बार लेफ्ट गठबंधन में विभाजन देखा गया। AISA-DSF ने अलग और SFI-BAPSA-AISF-PSA ने अलग गठबंधन बनाया, जिसका फायदा ABVP को मिला।
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