14 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाले मामले में सुरेश कलमाड़ी को क्लीन चिट, कांग्रेस ने बताया बदनाम करने की साजिश
नई दिल्ली: साल 2010 में राजधानी दिल्ली में हुएकॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुरेश कलमाड़ी को 14साल बाद क्लीन चिट मिल गई है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने 28अप्रैल 2025को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया, जिसमें कहा गया कि कलमाड़ी और अन्य आरोपियों, जैसे ललित भनोट, के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत नहीं मिले।
ED ने जांच के बाद कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग का कोई ठोस सबूत नहीं मिला। सीबीआई ने भी 2014 में भ्रष्टाचार के मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। विशेष जज संजीव अग्रवाल ने ED की रिपोर्ट को मंजूर करते हुए कहा कि सीबीआई की जांच बंद होने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलाने का कोई आधार नहीं है। फैसले के बाद कांग्रेस ने इसे अपनी जीत बताते हुए BJP पर झूठे आरोप लगाने का दावा किया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि BJP ने CWG, 2G जैसे मामलों में कांग्रेस को बदनाम करने के लिए "झूठ का हथियार" बनाया।
कॉमनवेल्थ गेस्स में लगे थे भ्रष्टाचार के आरोप
2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में अनुबंधों के अवैध आवंटन और भ्रष्टाचार के आरोप थे, जिससे आयोजन समिति को करीब 30 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। सीबीआई ने 19 एफआईआर दर्ज की थीं, और ED ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। बता दें कि 14 साल की जांच के बाद सुरेश कलमाड़ी और अन्य आरोपियों को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में क्लीन चिट मिल गई है, क्योंकि ED और सीबीआई को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला।
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