ट्रंप-जिनपिंग की बातचीत से बड़ा समझौता हुआ फाइनल, Tik Tok डील को दिखाई हरी झंडी

America-China Tik Tok Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक फोन कॉल के बाद घोषणा की कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने टिकटॉक वाले सौदे को मंजूरी दे दी है। यह बयान अमेरिका-चीन संबंधों में एक नया मोड़ लाता दिख रहा है, जहां सालों से चले आ रहे तनाव के बीच डिजिटल प्लेटफॉर्म की किस्मत तय हो रही है। ट्रंप ने इसे 'बहुत उत्पादक' कॉल करार दिया, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह अभी एक प्रारंभिक फ्रेमवर्क है और अंतिम समझौते के लिए और काम बाकी है।
ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच फोन कॉल
बता दें, ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच शुक्रवार सुबह लगभग दो घंटे की फोन वार्ता हुई, जो जून के बाद दोनों नेताओं के बीच हुई पहली बातचीत थी। व्हाइट हाउस से जारी बयान के अनुसार, कॉल में व्यापार, फेंटेनिल ड्रग्स की तस्करी, रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की जरूरत और टिकटॉक सौदा जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर पोस्ट किया 'हमने व्यापार, फेंटेनिल, रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की जरूरत और टिकटॉक सौदे की मंजूरी पर काफी प्रगति की।'
ओवल ऑफिस में रिपोर्टर्स से बातचीत में ट्रंप ने स्पष्ट कहा 'उन्होंने टिकटॉक सौदे को मंजूरी दे दी।' उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सौदा टिकटॉक को चीनी स्वामित्व से अलग करके अमेरिकी निवेशकों को बेचने का है, जिससे ऐप जनवरी 2025 में प्रस्तावित प्रतिबंध से बच जाएगा। हालांकि, ट्रंप ने विवरण साझा करने से परहेज किया और कहा कि सौदे पर हस्ताक्षर जल्द होंगे। वहीं, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने सीएनबीसी को बताया कि अंतिम समझौता अभी बाकी है, लेकिन प्रगति महत्वपूर्ण है।
टिकटॉक विवाद का इतिहास
दरअसल, टिकटॉक एख चीनी कंपनी बाइटडांस का स्वामित्व वाला है, जो लंबे समय से अमेरिकी सुरक्षा चिंताओं का केंद्र रहा है। अमेरिका का आरोप है कि ऐप चीनी सरकार के साथ यूजर डेटा साझा कर सकता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। ट्रंप के पहले कार्यकाल (2017-2021) में ही उन्होंने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की थी, लेकिन अदालती चुनौतियों के कारण यह रुका रहा।
इसके बाद बाइडेन प्रशासन में भी जनवरी 2025 तक अमेरिकी संपत्तियों को गैर-चीनी खरीदारों को बेचने का आदेश दिया था। लेकिन हाल के महीनों में बातचीत तेज हुई, जब ट्रंप ने फिर से सत्ता संभाली। पिछले हफ्ते ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट ने एक "फ्रेमवर्क" सौदे की घोषणा की थी, जिसमें ओरेकल, एंड्रीसेन होरविड्ट्ज और सिल्वर लेक जैसे अमेरिकी निवेशकों का कंसोर्टियम शामिल हो सकता है। लेकिन मुख्य चुनौती टिकटॉक के कोर एल्गोरिदम का नियंत्रण है, जो चीनी निर्यात प्रतिबंधों के अधीन है।
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