
यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर में शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर ने अधिकारियों की मीटिंग ली। उन्होंने किताबों में देरी के लिए जांच के आदेश दिए। शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर ने कहा की इस मामले की जांच करवाई गई है। जांच में जो लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में ऐसी गलती ना हो इसके प्रयास किए जाएंगे। आने वाले समय में एडमिशन के दिन ही बच्चों को किताबें मिलें, ऐसे प्रयास किए जाएंगे।
हरियाणा के कई स्कूलों भी बच्चे नीचे टाट पर वाले मुद्दे को भी सरकार ने गंभीरता से लिया है। शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर ने बताया कि भारी मात्रा में हरियाणा के स्कूलों के लिए ड्यूल डेस्क खरीदे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 200 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश के सभी स्कूलों में ड्यूल डेस्क उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हरियाणा के स्कूलों के रखरखाव, सौंदर्यकरण, चार दिवारी, शौचालय, पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्था करने पर सभी तरह के खर्च का अधिकार अब स्कूल में बनाई गई एसएमसी द्वारा को दिया गया है। स्कूल मैनेजमेंट कमेटी को इसलिए यह पावर दी गई है ताकि कमेटी के सदस्य आपस में विचार-विमर्श करके खर्च होने वाली राशि व कार्य का निर्णय ले सके। इससे पहले ऊपर से यह काम अलाट किए जाते थे, ठेके दिए जाते थे। लेकिन क्योंकि एसएमसी को स्थानीय समस्याओं मुद्दों के हालात का पता होता है इसलिए यह अधिकार एसएमसी को दिया गया है।
हरियाणा के करनाल और जगाधरी ब्लॉक में एक नया पायलट प्रोजेक्ट लाया गया है। जिसमें स्कूलों में सौंदर्यकरण, चारदीवारी, रास्ता, शौचालय, पीने का पानी, ड्यूल डेस्क, कमरे की मरम्मत आदि का कार्य करवाया जा रहा है। इन दोनों स्थानों पर यह राशि एसएमसी द्वारा खर्च की जा रही है। अगर दोनों ब्लॉकों में इस प्रोजेक्ट के अच्छे परिणाम हुए साल के अंत तक यह योजना पूरे प्रदेश में लागू करके एसएमसी को यह अधिकार दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह इसलिए किया गया है ताकि एसएमसी आपने सलाह मशवरे से सही जगह, सही तरीके से पैसे का खर्च कर सके।
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