नई दिल्ली. कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन आज 44वें दिन भी जारी है. वही आज केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच आठवें दौर की बैठक होगी.आठवें दौर की वार्ता आज अपराह्न दो बजे विज्ञान भवन में होगी. वहीं बारिश, बढ़ती ठंड और शीत लहर के बीच किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए है. अब तक सातवें दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी बीच का रास्ता निकलता नहीं दिख रहा है. किसानों का कहना है कि अगर कृषि कानूनों को वापस लिए बगैर बात नहीं बन सकती. वहीं केंद्र सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है.
प्रदर्शनकारी किसानों ने तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए अपनी मांग को लेकर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन किया. इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने केंद्र सरकार द्वारा किसान कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को जारी रखते हुए महा माया फ्लाईओवर से चिल्ला बॉर्डर तक ट्रैक्टर मार्च शुरू किया.
सातवें दौर की बातचीत रही बेनतीजा
अब तक केंद्र और आंदोलनरत 40 किसान संगठनों के नेताओं के बीच अब तक सात दौर की बातचीत हुई है,लेकिन अब तक बातचीत बेनतीजा रही है. लेकिन जो 30 दिसंबर की छठे दौर की बैठक में किसान संगठनों को कुछ सफलता हाथ लगी थी, जब सरकार ने किसानों की बिजली सब्सिडी और पराली जलाने संबंधी दो मांगों को मान लिया था. लेकिन आज देखते हैं कि आठवें दौर की बैठक का क्या नतीजा निकलेगा.
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