हिसार: हिसार के मय्यड गांव में ग्रामीणों ने पानी की किल्लत को लेकर प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन लगातार सात दिनों से जारी है. महिलाओं ने सातवें दिन मटके फोड़कर रोष जताया. बता दे कि हिसार के मय्यड गांव के आसपास के दस गावों में पानी नहीं होने के कारण त्राही-त्राही मची हुई है. लगभग 50 हजार लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. जिसके चलते ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है. ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें हफ्ते में दो बार नहरों में पानी दिया जाए और पीने का पानी भी पर्याप्त मात्रा में दिया जाए. पानी की मांग को लेकर आज ग्रामीणों के साथ महिलाएं भी अश्निचितकालीन धरने पर बैठ गई है.
पानी को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर हिसार के डीसी को दो बार, विधायक जोगीराम सिहाग और डिप्टी सीएम दुष्यत चौटाला को मांग पत्र सौंप चुके है लेकिन, अभी तक हमारी मांग पूरी नहीं की गई है. गांव की महिलाओं ने बताया कि पानी की कमी के कारण महिलाओं, बच्चों और बुर्जगों को काफी दिक्कतों का सामाना करना पड़ रहा है. पानी हमारी रोजमर्रा की जरुरत है इसलिए, हमें पीने का पानी पर्याप्त मात्रा में मिलना चाहिए.
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि हमें ना तो पीने का पानी मिल रहा है. नहीं खेत में देने के लिए पानी है. हमारे हालात बिना पानी के बिगड़ रहे है. ऊपर से डीजल के दाम भी बढ़ा दिए है जिसके, चलते आज हमने मटका फोड़ प्रदर्शन किया है. महिलाओं ने कहा कि हमारी मांग है कि नहरों में पानी एक हफ्ते में कम से कम दो बार आना चाहिए और पीने का पानी पूरा मिलना चाहिए. प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि अगर हमें पानी नहीं मिला तो हम बहुत बड़ा आंदोलन भी कर सकते है.
Leave a comment