कैलाश यात्रा मार्ग में बाढ़ का कहर, ITBP और NDRF ने संभाला मोर्चा; 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला

कैलाश यात्रा मार्ग में बाढ़ का कहर, ITBP और NDRF ने संभाला मोर्चा; 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला

Himachal Pradesh Cloudburst: बीते दिनों उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में बादल फटने की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 50 लोग लापता बताए जा रहे है। दूसरी तरफ, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर मंगलवार 05 अगस्त को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई।

इस प्राकृतिक आपदा के कारण यात्रा मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया, जिससे सैकड़ों तीर्थयात्री फंस गए। इस संकट के बीच, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया।

कैलाश यात्रा मार्ग पर बादल फटा

किन्नौर जिले के तांगलिंग क्षेत्र में मंगलवार को बादल फटने से किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर भारी नुकसान हुआ। बाढ़ के कारण मार्ग पर दो प्रमुख पुल, तंगलिपी और कांगेरेरंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। तो वहीं, कई जगहों पर ट्रैकिंग रास्ता पूरी तरह बह गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, पहाड़ी ढलानों से पानी, मलबा और बड़े-बड़े पत्थर सड़कों पर गिरे, जिससे स्थिति और भयावह हो गई। इस आपदा के कारण किन्नर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। क्योंकि मार्ग की मरम्मत और सुरक्षा सुनिश्चित करना अब प्राथमिकता है।

ITBP और NDRF का सामुहिक बचाव अभियान

आपदा की सूचना मिलते ही किन्नौर जिला प्रशासन ने तुरंत ITBP और NDRF को अलर्ट किया। ITBP की 17वीं बटालियन ने रस्सी-आधारित ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक का उपयोग कर फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला। इस तकनीक में नदी के पार रस्सी बांधकर तीर्थयात्रियों को एक ओर से दूसरी ओर सुरक्षित पहुंचाया गया। जानकारी के अनुासर, इस अभियान में 1 गजेटेड ऑफिसर, 4 सब-ऑर्डिनेट ऑफिसर, और 29 अन्य रैंक के ITBP जवान शामिल थे, जिन्हें NDRF की 14 सदस्यीय टीम का भी सहयोग प्राप्त हुआ।  

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