बांग्लादेश में नहीं रुक रही साम्प्रदायिक हिंसा, हिंदू दंपति की हुई हत्या; पुलिस में कार्यरत हैं दोनों बेटे

बांग्लादेश में नहीं रुक रही साम्प्रदायिक हिंसा, हिंदू दंपति की हुई हत्या; पुलिस में कार्यरत हैं दोनों बेटे

Bangladesh Hindu Couple Murdered: बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार रूकने का नाम नहीं ले रही है। 1971 के आजादी की लड़ाई के एक स्वतंत्रता सेनानी और उनकी पत्नी का शव बांग्लादेश के रंगपुर में उनके घर से बरामद किया गया। दोनों की हत्या गला रेतकर की गई। मृतकों की पहचान 75 साल के जोगेश चंद्र रॉय और उनकी पत्नी शुभर्णा रॉय के रूप में हुई।

बेटे बांग्लादेश पुलिस में कार्यरत

ये घटना तब सामने आई जब रविवार, 7 दिसंबर सुबह पड़ोसियों के बार-बार दरवाजा खटखटाने से भी कोई जवाब नहीं मिला। पड़ोसी किसी तरह अंदर गए जिसके बाद पता चला की दोनों की मौत हो गई हैं। दंपति के दो बेटे हैं, जो बांग्लादेश पुलिस में कार्यरत हैं। बुजुर्ग दंपति की हत्या ऐसे समय में हुई हैं जब मुहम्मद यूनुस की सरकार में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमलों को लेकर चिंता बढ़ रही है।

देश बिना पूरी पुलिस फोर्स के काम कर रहा

जुलाई-अगस्त 2024 में हुए छात्र आंदोलन के दौरान पुलिस को बेरहमी से निशाना बनाया गया था। छात्र आंदोलन के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से इस्तीफा देकर भारत भागना पड़ा था। आंदोलन के दौरान दर्जनों पुलिसकर्मियों को भीड़ ने पीट-पीटकर मार दिया था और कई अब तक ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे। जानकारी के अनुसार, अगस्त 2024 की हिंसा के एक साल बाद भी बांग्लादेश बिना पूरी पुलिस फोर्स के काम कर रहा है।

देश में बढ़ी साम्प्रदायिक हिंसा

अल्पसंख्यक अधिकार समूहों का कहना है कि अगस्त 2024 में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से देश में साम्प्रदायिक हिंसा की हजारों घटनाएं हुई हैं, हालांकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इन्हें बढ़ा-चढ़ा कर पेश की गई प्रोपेगैंडा बताया है। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए निर्वासन में रह रहे अवामी लीग के नेता मोहम्मद अली आराफात ने कहा कि यह घटना स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों के सामने बढ़ते खतरों का संकेत है। उन्होंने चेतावनी दी कि मोहम्मद यूनुस और उनके समर्थक, आजादी विरोधी जमात-ए-इस्लामी के शासन में इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।  

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