सिरसा: सिरसा में ठेकारत स्वास्थ्यकर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. स्वास्थ्यकर्मियों ने शहर के नागरिक अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया और CMOके खिलाफ नारेबाजी की. स्वास्थ्यकर्मियों ने नौकरी बहाली, रोका गया वेतन दिलवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने शहर के सीएमओ के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए हालांकि, कर्मचारी सीएमओ का घेराव करने के इरादे से एकत्रित हुए थे, लेकिन प्रशासन ने इस बात की भनक लगते ही पुलिस प्रशासन को अस्पताल के बाहर तैनात कर दिया. जिसके बाद कर्मचारी गेट के बाहर ही एकत्रित होकर नारेबाजी करते रहे. इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए अधिकारियों ने बुलाया. बातचीत में कंपनी और अधिकारियों ने लिखित में समझौता किया कि बिना किसी कारण के कर्मचारी को नहीं हटाया जाएगा, जिसके बाद कर्मचारियों ने धरना समाप्त कर दिया गया.
बता दे कि धरने प्रदर्शन में कई कर्मचारी संघ ने हिस्सा लिया. इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ का कहना है कि अधिकारियों से सांठ गांठ के चलते ठेकेदार मनमानी पर उतारू हैं. जब जी चाहा कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया जाता है और उसके स्थान पर रिश्वत लेकर नए कर्मचारी को ज्वाइनिंग दे दी जाती है. अधिकारियों ने पिछले काफी समय से ये प्रथा ही चला रखी है, जिसके कारण कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. कोविड-19के दौरान भी इन कर्मचारियों ने प्रथम पंक्ति में खड़े होकर अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी का निर्वहन किया, लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि इतना सब कुछ करने के बाद भी विभाग के अधिकारी इन कर्मचारियों को अपना कर्मचारी नहीं समझते है.
दोपहर तक चली नारेबाजी के बाद अधिकारियों ने कर्मचारियों के शिष्टमंडल को बातचीत के लिए बुलाया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से डिप्टी सीएमओ डॉक्टर वीरेश भूषण और शार्प ग्लोबल कंपनी के अधिकारी में काफी देर चली बातचीत के बाद दोनों पक्षों में लिखित में समझौता हुआ. अब किसी भी कर्मचारी को बिना कारण नहीं हटाया जाएगा और हटाए गए कर्मचारियों को प्राथमिकता से वापस लिया जाएगा, जिसके बाद कर्मचारियों ने आंदोलन समाप्त कर दिया है.
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