‘यह आंदोलन का अंत नहीं’, सोनम वांगचुक ने 20 दिन बाद खत्म किया अनशन

‘यह आंदोलन का अंत नहीं’, सोनम वांगचुक ने 20 दिन बाद खत्म किया अनशन

Sonam Wangchuk Hunger Strike: एक तरफ देश में चुनावी मौसम है। पार्टियां जनता से बड़े बड़े वादे कर रही है तो दूसरी तरफ एक राज्य ऐसा है जिसकी तरफ किसी भी नजर नहीं जा रही है। हम लद्दाख की बात कर रहे हैं। क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने 20 दिन बाद अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है। सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए 21 दिन के भूख हड़ताल पर थे उन्होंने 6 मार्च से अपनी भूख हड़ताल शुरू की थी। मंगलवार शाम को उन्होंने अपनी भूख हड़ताल खत्म की है। उन्होंने अपनी भूख हड़ताल एक बच्ची के हाथ से जूस पीकर खत्म की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये आंदोलन का अंत नहीं है लद्दाख पर लड़ाई जारी रहेगी।

आंदोलन का अंत नहीं

सोनम वांगचुक ने कहा, 21दिनों से जारी भूख हड़ताल का पहला चरण आज समाप्त हो रहा है, लेकिन यह आंदोलन का अंत नहीं है। मैं फिर वापस आऊंगा। लड़ाई जारी रहेगी। हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे। आज 7000लोग जुटे। उन्होंने आगे कहा कि वैसे 21दिन का उपवास गांधी जी द्वारा रखा गया सबसे लंबा उपवास था। कल यानी बुधवार से लद्दाख की महिला समूह 10दिनों के उपवास के साथ इसे आगे बढ़ाएंगी, फिर युवा, फिर मठों के भिक्षु… फिर मैं और इसी तरह ये चलता रहेगा. यात्रा तो अभी शुरू ही हुई है।

6 मार्च से भूख हड़ताल पर थे

बता दें, सोनम वांगचुक 6 मार्च से शून्य से भी कम तापमान में भूख हड़ताल पर बैठे थे। इससे एक दिन पहले लेह के ‘एपेक्स बॉडी’ और ‘कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस’ (KDA) के संयुक्त प्रतिनिधियों की केंद्र सरकार के साथ बातचीत में गतिरोध पैदा हो गया था। ये दोनों ही संगठन साथ मिलकर लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में उसे शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

Leave a comment