Rahul Gandhi Attacks on Central government: राहुल ने केंद्र पर फिर साधा निशाना, कहा- गरीब और प्रवासियों का आत्मविश्वास खोना देश के लिए खतरनाक

Rahul Gandhi Attacks on Central government: राहुल ने केंद्र पर फिर साधा निशाना, कहा- गरीब और प्रवासियों का आत्मविश्वास खोना देश के लिए खतरनाक

नई दिल्ली: देश भले ही इन दिनों कोरोना से जूझ रहा हो लेकिन इस पर सियासत भी जारी है और विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमले कर रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बजाज से बात की और खुलकर केंद्र पर निशाना साधते दिखे. बता दें कि राहुल गांधी की ओर से लगातार कोरोना संकट के बीच एक्सपर्ट्स से बात की जा रही है. बता दें कि इसके पहले राहुल हार्वर्ड के हेल्थ एक्सपर्ट और दो इंटरनेशनल हेल्थ एक्सपर्ट से चर्चा कर चुके हैं. 30 अप्रैल को आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ बातचीत की थी.
 
राहुल गांधी ने कहा कि नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया में लॉकडाउन हो जाएगा, ऐसा विश्व युद्ध के समय पर भी नहीं हुआ था. कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो इससे निपट सकते हैं लेकिन करोड़ों मजदूर ऐसे हैं जिन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. इसके जवाब में बजाज ने कहा कि भारत ने पश्चिम की ओर देखा. पूर्वी देशों में इसपर बेहतर काम हुआ है. पूर्वी तापमान, मेडिकल सहित तमाम मुश्किलों के बावजूद बेहतर काम किया है. ऐसी कोई मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं जो इससे न निपट सकें. मुझे लगता है कि हमारे यहां फैक्ट और सच्चाई में कमी रह गई. लोगों को लगता है कि ये बीमारी कैंसर की तरह है. लोगों की सोच बदलने और जीवन की पटरी पर लाने की जरूरत है. इसमें लंबा समय लग सकता है.
 
तीन महीने पहले क्या सोचते
 
राहुल गांधी ने बातचीत में कहा सवाल रखा कि हमारे यहां मजदूर हैं, प्रवासी मजदूर हैं लेकिन हम पश्चिम को देखते रहे. हम अपनी मुश्किल ही क्यों नहीं देखते हैं, दूसरे देश को क्यों देखते हैं. इस पर राजीव बजाज ने कहा कि अगर आप मार्च में वापस जाएं, तो आप तीन महीने पहले क्या सोचते? राहुल ने कहा कि हमारी चर्चा ये हुई थी कि राज्यों को ताकत देनी चाहिए और केंद्र सरकार को पूरा समर्थन देना चाहिए. केंद्र को रेल-फ्लाइट पर काम करना चाहिए था, लेकिन सीएम और डीएम को जमीन पर लड़ाई लड़नी चाहिए थी. मेरे हिसाब से लॉकडाउन फेल है और अब केस बढ़ रहे हैं. अब केंद्र सरकार पीछे हट रही है और कह रही है राज्य संभाल लें. भारत ने दो महीने का पॉज बटन दबाया और अब वो कदम उठा रहा है जो पहले दिन लेना था.
 
उन्होंने कहा कि हमारी ओर से लोगों को मदद नहीं की गई, लोगों में भरोसा जगाना जरूरी है. जबतक ऊपर से नीचे तक फैसला होगा तो ऐसा ही होगा, लेकिन नीचे से ऊपर फैसला होना चाहिए. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सरकार लोगों के हाथ में पैसा क्यों नहीं दे रही है, राजनीति को भूलिए लेकिन इस वक्त लोगों को पैसा देने की जरूरत है. राहुल ने आरोप लगाया कि सरकार के व्यक्ति ने मुझसे कहा कि इस वक्त चीन के मुकाबले भारत के सामने काफी मौका है, अगर हम मजदूरों को पैसा देंगे तो बिगड़ जाएंगे और काम पर नहीं आएंगे. हम बाद में इन्हें पैसा दे सकते हैं, इस तरह की बातें मुझे कही गईं. राहुल के अर्थव्यवस्था और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाए जाने के सवाल पर बजाज ने कहा कि भारत की मैन्युफैक्चरिंग पर दुनिया की नजर है. कंपनियों को भी स्पेशलिस्ट बनना होगा. हम लोग विचारों से काफी खुले हैं. भारत को अपने विचारों का खुलापन नहीं खोना चाहिए.
 

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