Himachal: 2 वर्षो से पीने के पानी को तरस रहे 50 परिवार, 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई में ढोकर लाना पड़ रहा है पानी

Himachal: 2 वर्षो से पीने के पानी को तरस रहे 50 परिवार, 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई में ढोकर लाना पड़ रहा है पानी

नाहन: हिमाचल प्रदेश में अभी गर्मियों का सीजन शुरू भी नहीं हुआ है मगर ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट की खबरें सामने आने लगी है.शिलाई विधानसभा क्षेत्र की डाहर पंचायत की मोराच बस्ती के लोग पिछले 2 सालों से पीने की पानी की समस्या से जूझ रहे है.

वर्षों से पीने के पानी की बूंद के लिए तरस रही मौराच वस्ती की महिलाए उग्र हो गई है. वस्ती की दर्जनों महिलाएं  खाली बाल्टियां और जेरिकन लेकर सड़कों पर पहुंच गई और आईपीएच विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है. प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने आरोप लगाए कि उनकी वस्ती समेत 150 परिवारों के लिए 2010-11 में सुईंधार उठाऊ नाम की एक उठाऊं पेयजल योजना बनी है. यह पेयजल योजना जुलाई 2019 से पूरी तरह से ठप है. पेयजल योजना के ठप होने से मौराच वस्ती के 50 से अधिक परिवारों को पीने की पानी की जहां बूंद बूंद के लिए तरस रहे है .

लोगों का कहना है कि सुबह 4 बजे उठ कर बस्ती से करीब 3 किलोमीटर नीच उतर कर पानी लेने के लिए खड्ड में जाना पड़ता है. खड्ड में भी पानी इतना कम है कि दिनभर 25 से 30 महिलाए ही पानी भर सकती है.पानी भरने के 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ कर पानी घर पहुचना पड़ता है. 8 नवंबर 2020 को ग्रामीण ने इस मामले को जनमंच में भी उठाया था. प्रशासन और सरकार की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया था कि 20 दिनों के भीतर उन्हें इस समस्या से निजात मिल जाएंगी. मगर शिकायत करने 4 माहीने बाद भी समस्या जस की तस है

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