
HARYANA NEWS: हरियाणा के जींद में पूर्व केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने केंद्र और राज्य सरकारों पर तीखे हमले किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर कालिख पोतने की घटना को युवा पीढ़ी का स्वाभाविक 'रिएक्शन' बताया और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि ऐसी सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।
युवाओं के आक्रोश पर टिप्पणी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर कालिख पोतने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह आजकल की युवा पीढ़ी का रिएक्शन है। उन्होंने कहा, "जिस तरीके की बोली मोदी बोलते हैं, फिर युवाओं में तो ये बात आएगी, लेकिन काली पोथना ये ठीक बात नहीं है।" इस टिप्पणी ने स्पष्ट कर दिया कि वह इस कृत्य को प्रधानमंत्री की भाषा शैली से उपजे असंतोष के रूप में देखते हैं, हालांकि उन्होंने तरीक़े को ग़लत बताया।
सरकारी तंत्र के दुरुपयोग पर कड़ा रुख
बीरेंद्र सिंह ने देश में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि "जहाँ प्रदेश की मशीनरी खराब हो जाए, तो सरकार डिसमिस हो जानी चाहिए।" यह बयान सरकारी कामकाज की निष्पक्षता और कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।
'सदभावना यात्रा' को मिल रहा अच्छा प्रतिसाद
अपनी चल रही राजनीतिक पहल 'सदभावना यात्रा' का ज़िक्र करते हुए उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि यह यात्रा पूरे हरियाणा में जा रही है और इसे लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। उनके अनुसार, युवा और प्रोफेसर जैसे वर्ग भी इस यात्रा के साथ जुड़ रहे हैं।
चुनावी प्रलोभन पर आरोप
पूर्व मंत्री ने भाजपा की चुनावी रणनीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने 'लाडो लक्ष्मी योजना' में बदलाव सिर्फ़ वोट लेने के लिए किए हैं। बीरेंद्र सिंह ने बिहार चुनाव का उदाहरण देते हुए बड़ा आरोप लगाया कि बीजेपी ने बिहार में वोटरों के खाते में 10 हज़ार रुपये भेजे। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "लोग शराब की दो बोतलों में अपना मन बदल लेता है, तो 10 हज़ार तो बहुत ज्यादा है।"
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