
Miss Universe: थाईलैंड के बैंकॉक में चल रही मिस यूनिवर्स 2025प्रतियोगिता में फिनाले से केवल तीन दिन पहले जज ओमर हारफूश ने अचानक इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि टॉप 30कंटेस्टेंट्स पहले ही चयनित कर लिए गए थे, जबकि ऑफिशियल जजिंग प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई थी। ओमर का कहना है कि एक सीक्रेट कमेटी ने यह निर्णय लिया, जिसमें ऐसे लोग शामिल थे जिनका कंटेस्टेंट्स से निजी संबंध था। उनके अचानक इस्तीफा देने से प्रतियोगिता और फैंस दोनों ही शॉक्ड हैं।
सीक्रेट कमेटी और अनऑफिशियल जजिंग का दावा
ओमर ने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से खुलासा किया कि इस अनऑफिशियल पैनल ने 136प्रतियोगियों में से केवल 30का चयन किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक जूरी मेंबर का किसी कंटेस्टेंट के साथ अफेयर भी था। ओमर ने स्पष्ट किया कि वे किसी की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं कर सकते और इस कारण उन्होंने विवाद को सार्वजनिक किया। इस कदम के पीछे मिस यूनिवर्स के मालिक राउल रोचा के साथ हुई बहस भी बताई जा रही है।
कंटेस्टेंट का समर्थन और प्रतिक्रिया
एक मिस यूनिवर्स कंटेस्टेंट ने ओमर के दावों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रिहर्सल खत्म होने के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर पता चला कि टॉप 30की लिस्ट पहले ही तय कर दी गई थी। कंटेस्टेंट ने ओमर की ईमानदारी की सराहना की और बताया कि उन्होंने प्रतियोगिता की वास्तविकता उजागर करने के लिए आवाज उठाई।
MUO का जवाब और जज पर बैन
मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन (MUO) ने ओमर के सभी आरोपों को खारिज कर दिया। MUO ने कहा कि कोई भी अनऑफिशियल जूरी नहीं बनाई गई और सभी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी थी। इसके साथ ही, ओमर को हमेशा के लिए मिस यूनिवर्स ब्रांड से बैन कर दिया गया है। MUO का कहना है कि ओमर ने गलत जानकारी फैलाई और उनके इस्तीफे को स्वीकार किया गया। इस विवाद ने मिस यूनिवर्स 2025 प्रतियोगिता को नए स्तर पर सुर्खियों में ला दिया है।
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