
Harshvardhan Rane Statement:बॉलीवुड में 'आउटसाइडर' कलाकारों की जीत का एक नया अध्याय लिखा गया है। दिवाली के मौके पर रिलीज हुई हर्षवर्धन राणे और सोनम बाजवा की रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'एक दीवाने की दीवानियत' ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया है, बल्कि इंडस्ट्री में नेपोटिज्म के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी दिया है। फिल्म की सफलता से खुश हर्षवर्धन ने दर्शकों को 'नेपोटिज्म खत्म करने' का श्रेय देते हुए उनका दिल खोलकर शुक्रिया अदा किया है।
फिल्म के पांचवें दिन तक 'एक दीवाने की दीवानियत' ने भारत में 34 करोड़ रुपये नेट और वर्ल्डवाइड 44 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है। यह आंकड़ा हर्षवर्धन की पिछली सुपरहिट 'सनम तेरी कसम' (2016) के ओपनिंग डे को पीछे छोड़ चुका है। निर्देशक मिलाप जवेरी की यह फिल्म, जो एक राजनेता विक्रमादित्य भोसले (हर्षवर्धन) की जुनूनी प्रेम कहानी पर आधारित है, ने सीमित स्क्रीन्स के बावजूद दर्शकों के दिलों में जगह बना ली। तो वहीं, सोनम बाजवा ने अदिति रंधावा का किरदार निभाया है, जो आजादी और प्यार के बीच की जद्दोजहद करती नजर आई। इसके अलावा अन्य भूमिकाओं में सचिन खेडेकर, शाद रंधावा और आनंद नारायण महादेवन ने जान फूंकी है।
हर्षवर्धन ने दर्शकों से की अपील
गुजरात के एक थिएटर में फिल्म के स्पेशल स्क्रीनिंग के बाद हर्षवर्धन ने दर्शकों के बीच पहुंचकर उनका स्वागत किया। वीडियो में वे कहते नजर आ रहे हैं 'इस दिवाली आपने दो आउटसाइडर्स की फिल्मों को सपोर्ट किया। आयुष्मान खुराना की 'थम्मा' मेरी फिल्म के साथ रिलीज हुई है। कृपया दोनों फिल्में देखें और एंजॉय करें। यह एक अच्छा मैसेज देता है कि आप लोगों ने अकेले पूरे बॉलीवुड से नेपोटिज्म ही खत्म कर दिया।'
हर्षवर्धन की यह अपील इसलिए खास है क्योंकि 'थम्मा' (आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना और नवाजुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत हॉरर-कॉमेडी) ने भी दिवाली वीकेंड पर शानदार प्रदर्शन किया। फिल्म ने भारत में 78 करोड़ नेट और वर्ल्डवाइड 110 करोड़ रुपये कमा लिए हैं। ऐसे में दोनों फिल्मों का एक साथ सफल होना नेपोटिज्म बहस को नई गति दे रहा है, जहां स्टार किड्स की बजाय कंटेंट और टैलेंट को नवाजा जा रहा है।
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