Arunachal Pradesh Assembly Election: देश में चुनावी माहौल अपने चरम पर है। राजनीतिक पार्टियां जीत हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। हर सीट पर मजबूत उम्मीदवार उतारने की कोशिश की जा रही है, लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जहां 5 सीटों पर विपक्ष को कोई उम्मीदवार ही नहीं मिला। यह राज्य है अरुणाचल प्रदेश।
दरअसल, अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी होने हैं। यहां की जनता 19 अप्रैल को अपना सांसद और विधायक चुनेगी। लेकिन राज्य की 5 सीटों पर वोटिंग से पहले ही पांच नेताओं की जीत होगी। मुख्यमंत्री पेमा खांडू और चार अन्य भाजपा उम्मीदवारों का निर्विरोध विधायक चुना जाना तय है।
बुधवार को पर्चा दाखिल करने का आखिरी दिन था। उनकी विधानसभा सीट से किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। बता दें कि 60 सदस्यीय अरुणाचल विधानसभा और दो लोकसभा सीटों (अरुणाचल पश्चिम और अरुणाचल पूर्व) के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा। अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों के लिए 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे।
BJPनेताओं ने क्या कहा?
विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 2 जून को होगी, जबकि लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। पेमा खांडू ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, पांच विधानसभा क्षेत्रों में एकल नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं। हमें उम्मीद है कि नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन तक कुछ और (सीटें) जुड़ जाएंगी।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि देश का मूड दिखाने में अरुणाचल प्रदेश सबसे आगे है। किरण रिजिजू ने एक पोस्ट में लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से राज्य में जबरदस्त विकास हुआ है और लोगों का भरपूर समर्थन और आशीर्वाद मिला है।
पेमा खांडू के अलावा, जो चार उम्मीदवार जीतेंगे, वे हैं 15 सागाली विधानसभा क्षेत्र से रातू तेची, 20 ताली विधानसभा क्षेत्र से जिक्के ताको, 23 तलिहा विधानसभा क्षेत्र से न्यातो डुकोम और रोइंग विधानसभा क्षेत्र से 43 मुच्चू मीठी।
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