
मुंबई : बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान ने लिंगभेद को लेकर अपना मुंह खोला है। उन्होंने कहा कि परिश्रामिक में कोई लिंगभेद नहीं होना चाहिए। यह कहीं से तार्किक नहीं कि परिश्रामिक को लेकर किसी प्रकार का भेदभाव किया जाए।
उन्होंने कहा कि हिंदी सिनेमा में परिश्रामिक में लिंग आधारित अंतर को खत्म करने का समय आ गया है। समय-समय पर कई कलाकार अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के मानदेय में भारी अंतर के बारे बात करते रहे हैं।
इस मुद्दे पर आवाज बुलंद करते हुए आमिर ने कहा,मानदेय व्यक्ति के लिंग पर निर्भर नहीं होना चाहिए। यह समान होना चाहिए। पुरुषवादी सोच में बदलाव होना चाहिए। वह एक परिचर्चा में बोल रहे थे। उनसे सवाल किया गया कि क्या वह हॉलीवुड में करियर बनाने को इच्छुक हैं तो उन्होंने कहा कि उनको पश्चिम में करियर बनाने की उत्सुकता नहीं है।
आमिर ने कहा कि उनको अतीत में हॉलीवुड फिल्मों के प्रस्ताव मिले लेकिन उन्हें इनकी पटकथाएं पसंद नहीं आई थीं।

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