
किसी समय बॉलीवुड की हॉट अभिनेत्री कही जाने वाली ममता कुलकर्णी अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट से जुड़े होने के मामले में घिर गई हैं। पुलिस ने दो हजार करोड़ रुपये के ड्रग्स तस्करी मामले में ममता कुलकर्णी को आरोपी बनाया है। शनिवार को ठाणे पुलिस ने इसका खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक ड्रग्स रैकेट से जुड़े दो आरोपियों ने ममता के खिलाफ बयान दिए हैं, जिससे पुख्ता सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं। पूर्व अभिनेत्री ममता के पति विकी गोस्वामी पहले से ही वांछित हैं। अब पुलिस ममता कुलकर्णी के खिलाफ इंटरपोल की मदद से रेड कार्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में है। ठाणे के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने बताया कि ड्रग्स रैकेट मामले में अब तक कुल 10 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस रैकेट का नेटवर्क दूसरे देशों में भी फैला हुआ है। जांच में पता चला है कि मामले के मुख्य आरोपी एवं अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर विकी गोस्वामी ने केन्या के मोंबासा स्थित बिलिस होटल में आठ जनवरी 2016 को एक बैठक की थी। इसमें एवान लाइफ सायन्सेस लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर मनोज जैन, ममता कुलकर्णी, विकी गोस्वामी का पार्टनर तंजानिया स्थित सबुरी फार्मा कंपनी के डॉ. अब्दुला और मनोज जैन के दो साथी किशोर राठोड और जय मुखी भी मौजूद थे।
इस बैठक में यह तय हुआ था कि सोलापुर स्थित एवान कंपनी में उपलब्ध इफेड्रिन को मेथ-अम्फाटा माइन (आइस) नामक ड्रग बनाने के लिए तंजानिया स्थित सबुरी फार्मा कंपनी में भेजा जाएगा। इसके सबूत पुलिस को मिले हैं। इसके आधार पर ममता कुलकर्णी और उसके पति विकी गोस्वामी को ड्रग्स रैकेट मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। परमवीर सिंह ने कहा कि पूर्व अभिनेत्री ममता के अलावा बॉलीवुड से भी कुछ नाम सामने आए हैं। उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही हैं। सबूतों के आधार पर उनसे पूछताछ की जा सकती है। पुलिस आयुक्त सिंह ने बताया कि अप्रैल महीने में ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोलापुर स्थित एवान लाइफ सायन्सेज नामक कंपनी में चोरी-छिपे बनाए जा रहे इफेड्रिन ड्रग का भंडाफोड़ किया था। इस ड्रग का इस्तेमाल कोकीन, आइसक्रीम और जूस में भी होता है और इसे मुंबई सहित देश के कई अन्य शहरों में बेचा जाता था। पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि सोलापुर स्थित कंपनी से इफेड्रिन पहले मुंबई के मोहम्मद अली रोड लाया गया और इसके बाद एयर कार्गो द्वारा पहली खेप केन्या और तंजानिया भेजा गया। इसके बदले में विकी गोस्वामी ने मनोज जैन को हवाला के जरिए करोड़ों रुपये भेजे। इस मामले में अब तक कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें से एक अन्य मुख्य आरोपी जय मूलजी मुखी को नेपाल बॉर्डर के पास गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया। वहीं, चार लोगों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट भी दायर की गई है।
पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने बताया कि इफेड्रिन नामक ड्रग की तस्करी के मुनाफे का करारनामा हुआ था। इसमें विकी और डॉ अब्दुल्ला की 33 फीसदी, मनोज जैन और पुनीत श्रृंगी की 33 फीसदी और किशोर राठोड और जय मुखी की 33 फीसदी की हिस्सेदारी तय हुई थी। इतना ही नहीं, एवान कंपनी के कुल दो करोड़ शेयर में से 11 लंाख के शेयर ममता कुलकर्णी के नाम ट्रांसफर करने और सोलापुर स्थित इस कंपनी का डायरेक्टर बनाने पर भी सहमती बनी थी। इसके बाद ममता और विक्की इफेड्रिन से मेथ-अम्फाटा माइन ड्रग बनाने का व्यवसाय करने वाले थे। ममता कुलकर्णी ने आरोपों का खंडन किया है। ममता ने कहा, पुलिस को पहले कोर्ट में आरोप साबित करने दीजिए। मेरी जानकारी में मैं कभी इस अब्दुल्ला नाम के शख्स से नहीं मिली। अब पुलिस के पास साबित करने के लिए कुछ नहीं है। दूसरी ओर, ममता के पति विकी गोस्वामी ने भी यही कहा कि वह अपनी जिंदगी में कभी भी अब्दुल्ला से नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा, मैं उसे किसी नहीं जानता।
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