SC की संविधान पीठ में सुनवाई का 23वां दिन

SC की संविधान पीठ में सुनवाई का 23वां दिन

SC की संविधान पीठ में सुनवाई के 23वां दिन मुस्लिम पक्ष की तरफ से दूसरे वकील जफरयाब जिलानी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखा।

अयोध्या विवादित जमीन मामले में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में सुनवाई लगातार जारी है। मुस्लिम पक्ष की तरफ से दूसरे वकील जफरयाब जिलानी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखा। जिलानी ने दावा किया कि 1934से 1949के बीच भी बाबरी मस्जिद में नियमित नमाज होती थी तो वहीं मुस्लिम पक्ष के दूसरे वकील राजीव धवन ने कहा कि हिंदू बाहर के अहाते में पूजा करते थे।लेकिन 22-23दिसंबर 1949की रात रामलला की मूर्ति को अवैध तरीके से मस्जिद के अंदर शिफ्ट कर दिया गया।

राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में 23वें दिन की सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष की तरफ से दूसरे वकील जफरयाब जिलानी ने बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि 1885में निर्मोही अखाड़ा ने जब कोर्ट में याचिका दायर की थी। वही उन्होंने अपनी याचिका में विवादित जमीन के पश्चिमी सीमा पर मस्जिद होने की बात कही थी। यह हिस्सा अब विवादित जमीन का भीतरी आंगन के रूप में जाना जाता है।

 

Leave a comment