
Weight Loss Oral Drug: खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से मोटापा और डायबिटीज एक बड़ी परेशानी बनती जा रही है। इसी बीच अमेरिकी कंपनी एली लिली की नई दवा ने बेहतर नतीजे दिखाए हैं, जो मोटापे और टाइप-2 डायबिटीज से परेशान मरीजों के लिए नई उम्मीद साबित हो सकती है। बता दें कि इस कंपनी ने अपनी फेज-3 क्लिनिकल ट्रायल ATTAIN-2 के पॉजिटिव नतीजे जारी किए हैं। ये ट्रायल ऑर्फोर्ग्लिप्रॉन नाम की ओरल GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट दवा (टेबलेट या गोली) पर किया गया था। इस ट्रायल में मोटापे या ओवरवेट और टाइप-2 डायबिटीज से परेशान लोग शामिल हुए थे। इस तीसरे क्लिनिकल ट्रायल का रिजल्ट काफी अच्छा आया है।
दवा से लेने दिखा ये असर
एली लिली कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट मुताबिक, ट्रायल में दवा की सभी तीन खुराकों ने प्राइमरी और सभी सेकेंडरी एंडपॉइंट्स पूरे किए। यानी, प्रतिभागियों के वजन में कमी, ब्लड शुगर में अच्छा सुधार और कार्डियो मेटाबोलिक रिस्क फैक्टर्स में बेहतर नतीजे दिखे। सबसे अहम बात जो मरीज रोजाना 36 mg ऑर्फोर्ग्लिप्रॉन दवा लेते रहे, उनका वजन 72 हफ्तों में औसतन 10.5 प्रतिशत घटा। वहीं प्लेसीबो लेने वाले ग्रुप का सिर्फ 2.2 प्रतिशत यानी 2.3 किलो वजन कम हुआ।
क्या हैं एक्सपर्ट की राय?
अमेरिकन बोर्ड ऑफ ओबेसिटी मेडिसिन के फाउंडर और मानद चेयरमैन और ओबेसिटी स्पेशलिस्ट डॉ. लुईस जे. अरोन ने बताया कि मेरे अनुभव में ये नतीजे दिखाते हैं कि ऑर्फोर्ग्लिप्रॉन ओरल दवा, इंजेक्शन वाली GLP-1 क्लास की तरह ही असरदार, सुरक्षित और सहन करने योग्य साबित हो सकती है। ये उन मरीजों के लिए अच्छा ऑप्शन बनेगी जो इंजेक्शन नहीं बल्कि गोली लेना पसंद करते हैं और उन्हें भी क्लिनिकल तौर पर बेहतरीन नतीजे मिलेंगे।
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