
Vinesh Phogat Comeback:भारतीय कुश्ती की दुनिया में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। पेरिस ओलंपिक 2024 के विवाद के बाद संन्यास ले चुकीं स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने शुक्रवार को एक भावुक पोस्ट के जरिए अपनी वापसी का ऐलान कर दिया है। 31 वर्षीय विनेश अब लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक पर निशाना साध रही हैं, जहां वे अपना अधूरा स्वर्ण पदक का सपना पूरा करने को बेताब हैं। उनका यह फैसला उनकी जिदंगी का टर्निंग पॉइंट है।
पेरिस ओलंपिक के बाद संन्यास का ऐलान
बता दें, विनेश फोगाट का सफर हमेशा से संघर्षों से भरा रहा है। हरियाणा के छोटे से गांव बलाली में जन्मीं विनेश ने बचपन से ही कुश्ती के अखाड़े में अपनी ताकत दिखाई। 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड, एशियाई खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन, लेकिन इन सबके बावजूद 2024 पेरिस ओलंपिक उनके करियर का सबसे बड़ा काला अध्याय साबित हुआ। दरअसल, महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में वे फाइनल तक पहुंचीं, जहां जापान की चार बार की विश्व चैंपियन युई सासाकी को हराकर इतिहास रचने को तैयार थीं।
लेकिन फाइनल से ठीक पहले वजन जांच में सिर्फ 100 ग्राम अधिक वजन के कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इसके बाद विनेश ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की, लेकिन संयुक्त रजत पदक की मांग खारिज हो गई। जिसके बाद 08 अगस्त 2024 को उन्होंने एक्स पर पोस्ट शेयप किया, जिसमें उन्होंने लिखा मां कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही। अलविदा कुश्ती 2001-2024।'
कुश्ती से संन्यास के बाद राजनीति
इस गम से उभरने के लिए विनेश ने राजनीति में उतरी। कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाकर हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ीं और जुलाना सीट से जीत हासिल की। जुलाई 2025 में उनके घर बेटे का जन्म हुआ, जिसने उनकी जिंदगी में नई खुशियां भरीं।
विनेश फोगाट का यू टर्न ऐलान
लेकिन आज 12 दिसंबर की सुबह विनेश ने एक्स पर एक लंबी पोस्ट शेयर की। उन्होंने लिखा 'लोग पूछते रहे कि क्या पेरिस अंत था? क्या वजन विवाद ने सब कुछ खत्म कर दिया? लंबे समय तक मेरे पास इसका जवाब नहीं था। मैट से, दबाव से, उम्मीदों से... लेकिन उस खामोशी में मैंने पाया कि आग कभी बुझी नहीं, बस थकान और शोर के नीचे दबी थी। मुझे अभी भी यह खेल पसंद है। मुझे अभी भी लड़ना है।'
विनेश ने स्पष्ट कहा कि वे 2028 लॉस एंजिलिस ओलंपिक के लिए कमर कस रही हैं। इस बार मैं अकेली नहीं हूं। मेरा बेटा मेरी टीम का हिस्सा है - मेरा सबसे बड़ा मोटिवेशन, मेरा छोटा चीयरलीडर। LA28 की ओर बढ़ते हुए दिल डरता नहीं, आत्मा झुकती नहीं। उनका ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जहां लाखों यूजर्स ने उनकी हिम्मत की तारीफ की।
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