Adhik Maas 2026: साल 2026 में बढ़ेगा महीनों का नंबर! जानें अधिक मास में 13 महीने और 60 दिनों का रहस्य

Adhik Maas 2026: साल 2026 में बढ़ेगा महीनों का नंबर! जानें अधिक मास में 13 महीने और 60 दिनों का रहस्य

Adhik Maas 2026:हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2026 में चंद्र कैलेंडर में एक और महीना जुड़ेगा, जिसे अधिक मास कहा जाता है। इस वजह से साल में 12 की बजाय 13 महीने होंगे। खास बात यह है कि 2026 में यह अधिक मास ज्येष्ठ के रूप में आएगा, जिससे ज्येष्ठ मास कुल 60 दिनों का हो जाएगा। इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। यह व्यवस्था सूर्य और चंद्र वर्ष के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए की जाती है।

क्या है अधिक मास?

हिंदू धर्म में दो मुख्य कैलेंडर सूर्य आधारित (सोलर) और चंद्र आधारित (लूनर)प्रचलित हैं। सूर्य साल में लगभग 365 दिन होते हैं, जबकि चंद्र वर्ष में करीब 354 दिन। इस अंतर को भरने के लिए हर तीन साल में एक बार चंद्र कैलेंडर में एक अतिरिक्त महीना जोड़ा जाता है, जिसे अधिक मास कहते हैं। यह महीना आमतौर पर 29-30 दिनों का होता है।

अधिक मास को भगवान विष्णु का महीना माना जाता है। इस दौरान विष्णु पूजा, भागवत कथा, दान-पुण्य और व्रत रखने से विशेष फल मिलता है। लेकिन विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब अन्य महीनों ने अधिक मास को 'मल' कहकर तिरस्कृत किया, तो भगवान विष्णु ने इसे अपनाया और पुरुषोत्तम नाम दिया।

2026 में अधिक मास की तिथियां

2026 में अधिक मास ज्येष्ठ के रूप में आएगा, जिसे अधिक ज्येष्ठ कहा जाएगा। यह रविवार, 17 मई 2026 से शुरू होकर सोमवार, 15 जून 2026 तक चलेगा। इस दौरान सामान्य ज्येष्ठ मास के बाद अधिक ज्येष्ठ जुड़ेगा, जिससे कुल ज्येष्ठ की अवधि 60 दिनों की हो जाएगी। अधिक मास की शुरुआत अमावस्या से होती है और पूर्णिमा पर समाप्त होती है।

क्यों होंगे 13 महीने और 60 दिन का मास?

चंद्र कैलेंडर में सामान्य रूप से 12 महीने होते हैं, लेकिन सूर्य संक्रांति के आधार पर जब चंद्रमा की गति पिछड़ जाती है, तो अधिक मास जोड़ा जाता है। 2026 में ज्येष्ठ मास में यह अतिरिक्त महीना जुड़ेगा, जिससे वर्ष में 13 महीने हो जाएंगे। ज्येष्ठ का सामान्य मास 30 दिन का होता है, लेकिन अधिक ज्येष्ठ के जुड़ने से कुल 60 दिन हो जाते हैं। यह व्यवस्था कैलेंडर को सूर्य वर्ष से जोड़ने के लिए आवश्यक है, वरना त्योहारों की तिथियां साल-दर-साल बहुत आगे-पीछे हो जातीं।

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