Chhath Puja 2025: बिहार के 5 सबसे खूबसूरत छठ घाट, जहां दिखती है आस्था और परंपरा की झलक

Chhath Puja 2025: बिहार के 5 सबसे खूबसूरत छठ घाट, जहां दिखती है आस्था और परंपरा की झलक

Chhath Puja Ghats: छठ पूजा बिहार की सांस्कृतिक पहचान है, जहां सूर्य देव और छठी मैया की आराधना नदियों और घाटों पर की जाती है। पटना के गंगा घाटों की तरह ही राज्य के अन्य हिस्सों में भी कई घाट हैं जहां लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। ये घाट न सिर्फ धार्मिक महत्व रखते हैं बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिकता से भी जुड़े हैं। 2025में छठ का महापर्व 25अक्टूबर से 28अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इसी क्रम में बिहार के प्रसिद्ध घाटों के बारे में जानते हैं।

1. कोनहारा घाट, हाजीपुर

हाजीपुर पटना से गंगा के उस पार स्थित है और यहां का कोनहारा घाट छठ पूजा के लिए बेहद लोकप्रिय है। गंगा और गंडक नदियों के संगम पर बसा यह घाट शाम के अर्घ्य और सुबह के उषा अर्घ्य के लिए आदर्श है। लाखों श्रद्धालु यहां दीये जलाते हैं, जिससे पूरा इलाका रोशनी से जगमगा उठता है। इसकी प्रसिद्धि का कारण इसकी पहुंच आसान होना और पटना से निकटता है, जो इसे परिवारों के लिए पसंदीदा बनाता है।  हाल के वर्षों में यहां सुरक्षा और साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था की गई है।

2. रामरेखा घाट, बक्सर

बक्सर जिले में गंगा किनारे स्थित रामरेखा घाट का धार्मिक महत्व रामायण काल से जुड़ा है। मान्यता है कि भगवान राम यहां रुके थे। छठ पूजा के दौरान हजारों भक्त यहां अर्घ्य देते हैं और घाट का शांत वातावरण ध्यान और पूजा के लिए उपयुक्त है। इसकी प्रसिद्धि पौराणिक कथाओं और गंगा के पवित्र जल से है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।

3. बारारी घाट, भागलपुर

भागलपुर को 'सिल्क सिटी' के नाम से जाना जाता है। यहां का बारारी घाट गंगा नदी पर छठ पूजा का प्रमुख केंद्र है। यहां लाखों लोग सूर्य को अर्घ्य देने आते हैं और विक्रमशिला सेतु से दिखने वाला सूर्योदय का नजारा अद्भुत होता है। इस घाट की मशहूरी गंगा डॉल्फिन अभयारण्य के निकट होने और सूर्य आराधना की परंपरा से है।

4. सिद्धिया घाट, गया

गया के फल्गु नदी किनारे सिद्धिया घाट छठ पूजा के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह बौद्ध और हिंदू दोनों धर्मों से जुड़ी है और पूजा के दौरान यहां पितरों को पिंड दान के साथ सूर्य आराधना होती है। घाट की लोकप्रियता इसके ऐतिहासिक मंदिरों जैसे विष्णुपद मंदिर से जुड़ी है, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है।  2025में यहां भीड़ प्रबंधन के लिए नए उपाय अपनाए जा रहे हैं।

5. बागमती रिवरबैंक, मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर में बागमती नदी के किनारे छठ पूजा का उत्साह देखते बनता है। यहां के घाटों पर हजारों दीये जलाए जाते हैं, जो रात को जादुई माहौल बनाते हैं। इसकी प्रसिद्धि स्थानीय संस्कृति और लीची के बागानों से घिरे प्राकृतिक सौंदर्य से है, जो पूजा को और यादगार बनाता है।

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