दिल्ली एयरपोर्ट पर खतरे का सिग्नल! एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने दी थी वार्निंग, फिर भी बरती लापरवाही; उठे कई सवाल

दिल्ली एयरपोर्ट पर खतरे का सिग्नल! एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने दी थी वार्निंग, फिर भी बरती लापरवाही; उठे कई सवाल

Delhi Airport Issue: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हाल ही में हुई एक बड़ी तकनीकी खराबी ने हजारों यात्रियों को परेशान किया। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में गड़बड़ी के कारण सैकड़ों उड़ानें प्रभावित हुईं। वहीं, अब इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, ATC नियंत्रकों ने इस समस्या को लेकर महीनों पहले चेतावनी दी थी, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में यह एक लापरवाही का मामला माना जा रहा है।

कैसे हुई तकनीकी खराबी की शुरुआत?

बता दें, 06और 07नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर ATC सिस्टम में एक गंभीर तकनीकी समस्या आई, जिसे 'ग्लिच' कहा जा रहा है। यह समस्या ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (एएमएसएस) में हुई, जो उड़ानों की अहम जानकारी जैसे फ्लाइट प्लान, मौसम अपडेट और अन्य डेटा को प्रोसेस करता है। लेकिन गुरुवार शाम से शुरू हुई इस खराबी के कारण शुक्रवार को स्थिति और बिगड़ गई।

अधिकारियों के अनुसार, सिस्टम में डेटा प्रोसेसिंग की देरी हुई, जिससे उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। इस दौरान करीब 800उड़ानें देरी से चलीं। गुरुवार को लगभग 25उड़ानों में देरी हुई, जबकि शुक्रवार को यह संख्या 175से ज्यादा हो गई। एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ बढ़ गई और कई को घंटों इंतजार करना पड़ा। जिस वजह से करीब 100उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।

ATC नियंत्रकों की चेतावनी

जानकारी के अनुसार, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स गिल्ड (एटीसी गिल्ड) ने जुलाई 2025में ही अधिकारियों को सिस्टम की कमजोरियों के बारे में चेतावनी दी थी। गिल्ड ने सांसदों को लिखे एक पत्र में 'परफॉर्मेंस डिग्रेडेशन' का जिक्र किया, जिसमें सिस्टम की धीमी गति और रीयल-टाइम डेटा प्रोसेसिंग में दिक्कतों को बताया गया। गिल्ड के सदस्यों का कहना है कि अगर इन चेतावनियों पर समय रहते कार्रवाई की जाती, तो यह बड़ा संकट टाला जा सकता था।

गिल्ड ने बताया कि सिस्टम की पुरानी तकनीक और रखरखाव की कमी के कारण ऐसी समस्याएं बार-बार आ रही हैं। नियंत्रकों ने कहा कि उन्होंने महीनों पहले 'सिस्टम स्लोनैस' की शिकायत की थी, जो उड़ान सुरक्षा को जोखिम में डाल सकती है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) और अन्य जिम्मेदार संस्थानों ने इन चेतावनियों को नजरअंदाज किया, जो लापरवाही का संकेत है।

तकनीकी खराबी का असर

इस घटना से न केवल यात्रियों को असुविधा हुई, बल्कि एयरलाइंस को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। दिल्ली एयरपोर्ट, जो प्रतिदिन हजारों उड़ानों का संचालन करता है, ऐसी खराबी से प्रभावित होने पर पूरे देश के हवाई यातायात पर असर पड़ता है। कई लोगों ने इसे सरकारी लापरवाही करार दिया है, जबकि एएआई ने कहा कि समस्या को जल्दी ठीक कर लिया गया और अब सिस्टम सामान्य है। एएआई ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा। हालांकि, एटीसी गिल्ड ने मांग की है कि चेतावनियों को गंभीरता से लिया जाए और कर्मचारियों की बात सुनी जाए।

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