
नई दिल्ली: महसा अमीनी के मौत के 10 महीने बाद ईरान में एक बार फिर हिजाब नियम सख्त तरीके से लागू कर दिया गया है। इतना ही नहीं इस नियम को और भी ज्यादा सख्त हो गए है। बता दें कि इस्लाम से जुड़े कानून और ड्रेस कोड को लागू करने के लिए मोरैलिटी पुलिस व्यवस्था का एक विशेष हिस्सा है।
दरअसल हर देश का अपना एक ड्रेस कोड होता है जो संस्कृतिक अंतर को दर्शाता है। एक इस्लामिक देश होने के नाते, ईरान में एक विशिष्ट ड्रेस कोड है जिसका पालन स्थानिय लोगों के साथ टूरिस्ट को भी करना जरूरी है। आपको जानकर थोड़ी हैरानी हो सकती है कि ईरान के सड़कों पर नैतिकता पुलिस केवल महिलाओं के ड्रेस को लेकर गश्ती लगाती है। अगर कोई ड्रेस कोड के नियमों का पालन नहीं करता है तो उसे पहले चेतावनी दी जाती है, उसके बाद उसे हिरासत में लिया जाता है।
ईरान में ड्रेस कोड के नियम हुए और भी सख्त
इस्लामी नियम के तहत महिलाओं को पब्लिक जगहों पर हिजाब पहनना अनिवार्य है। बता दें कि ईरान में 22 साल की महसा अमीनी की ड्रेस कोड नियमों के उल्लंघन करने के कारण जेल हिरासत हुई और अगले ही दिन जेल में मौत हो गई थी। इस घटना के बाद ईरान में महिलाओं ने हिंसक प्रदर्शन किया, विरोध में बाल काटते नजर आई। घटना के 10 महीने बाद ईरान में ड्रेस कोड के नियम और भी सख्त हो गए।
क्या है महिलाओं का ड्रेस कोड
दरअसल ईरान में महिलाओं को टाईट कपड़े पहनने की अनुमति नहीं है, क्यों कि टाईट कपड़ों से अंग के प्रदर्शन होते है,जो अशलीलता फैलाती है।महिलाओं को पब्लिक जगहों पर हिजाब पहनना अनिवार्य है। ईरान में ड्रेस कोड को लेकर कई नियम है, मोरल पुलिस हर महिलाओं और पुरुषों पर नजर रखती है।
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