
Indigo Flight Chaos: इंडिगो फ्लाइट संकट लगातार छठे दिन भी जारी है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने आज यानी 7 दिसंबर को भी 650 उड़ाने कैंसिल कर दी हैं। हालांकि, कंपनी आज के लिए तय 2300 डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में से 1650 फ्लाइट का परिचालन कराया है। इसी बीच, रविवार को नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि इंडिगो के यात्रियों को अब तक कुल 610 करोड़ रुपये का वापस किए जा चुके हैं। इसके अलावा, इंडिगो ने देशभर में यात्रियों को उनके 3000 से ज्यादा बैग में वापस कर दिए हैं।
इंडिगो के सीईओ ने जारी किया बयान
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने बयान जारी करते हुए कहा कि एयरलाइन रविवार को लगभग 1650 फ्लाइट्स को ऑपरेट कर रहा है और धीरे-धीरे हम सामान्य होने की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंडिगो ने आज अपने सिस्टम में और भी बदलाव किए हैं। पीटर एल्बर्स ने कहा कि हम अब उड़ानें पहले चरण में ही रद्द कर रहे हैं, ताकि जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हो रही हैं, वे हवाई अड्डे नहीं पहुंचें। आपको बता दें कि 6 दिसंबर को इंडिगो की 800 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई थीं, जबकि 5दिसंबर को कंपनी ने 1000 से भी ज्यादा उड़ानों को कैंसिल कर दिया गया था।
क्यों उत्पन्न हुआ फ्लाइट संकट
देश की सबसे बड़ी विमान कंपनी इंडिगो ने अपने अब तक क्रू मेंबर्स की कमी होने के कारण हजारों फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। नए नियमों के तहत पायलटों की ड्यूटी समय सीमा में बदलाव और इंडिगो के ''लीन-स्टाफिंग'' मॉडल की वजह से यह संकट आया है। दरअसल, डीजीसीए ने फ्लाई ड्यूटी टाइम लिमिट नियमों में बदलाव किए थे। नए नियमों के तहत पायलटों को हर हफ्ते दिए जाने वाले 36 घंटे के ब्रेक को बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया, रात में फ्लाइट की संख्या घटाकर कर 2 कर दिया गया। नए नियमों की वजह से प्रत्येक पायलट द्वारा ऑपरेट की जाने वाली उड़ानों की संख्या में भारी कमी आ गई। इंडिगो ने अपने एयरबस a320 फ्लीट के लिए 2422 कैप्टन की जरूरत बताई थी, लेकिन उनके पास सिर्फ 2357 कैप्टन उपलब्ध थे और 'फर्स्ट ऑफिसर्स' की संख्या ज्यादा नहीं थी। जिसकी वजह से इंडिगो को रोजाना सैकड़ों फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं।
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