चंडीगढ़: हरियाणा के बाढ़ के कारण हुए नुकसान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की सैनी सरकार से बड़ी मांग की। उन्होंने कहा कि, "अतिवृष्टि और बाढ़ से हरियाणा की 14.5 लाख एकड़ फसल बर्बाद हुई है। हज़ारों मकान गिर गए। दुकानों को नकुसान पहुंचा है, पशुओं की मौत हुई है। इसका असली कारण अतिवृष्टि नहीं सरकार की लापरवाही है। अबकी बार बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक ही नहीं हुई। सरकार को 50 से 60 हज़ार प्रति एकड़ मुआवजा किसानों को देना चाहिए।
भपेंद्र हूड्डा ने कहा कि यमुनानगर के साथ-साथ ही पलवल, फरीदबाद में बहुत नुकसान हुआ है। हरियाणा मे 1450लाख एकड़ में फसल बर्बाद हो गया हैं। मकान गिर गये हैं। पशु मार गए हैं। केवल अधिक बारिश होने कहना गलत हैं। सराकर की भी नाकामी हैं। इस बार फ्लड कंट्रोल बोर्ड की बैठक नहीं हुई। ड्रेन साफ नहीं किया गया हैं। पिछले 10साल में illegal minning हुई हैं। इतना भारी नुकसान हुआ है। सराकर ने किसानों के साथ ही मजाक किया हैं। जितना मिलता नहीं, उतना खाद लग जाता हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फेल हो गई है- हुड्डा
हुड्डा ने कहा कि गांव मे लोगों के कहना हैं कि अभी तक पोर्टल नहीं खुल हैं। सरकार को पराली जलता हुआ सेटलाइट में दिख जाता हैं लेकिन पानी नहीं दिखता है।?प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फेल हो गई है। सरकार को बढ़कर मुआवजा देना चाहिए। पंजाब में भी मुआवजे की घोषणा करनी है। जो कि हमारे से भी आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ राज्य है लेकिन उसके बावजूद भी हरियाणा की ओर से अब तक कोई बड़ा अनाउंस नहीं किया गया है
हरियाणा में सरकार नहीं है- हुड्डा
पूर्व सीएम ने कहा कि पंजाब में भी हरियाणा से मदद भेजी जा रहे हैं। पंजाब में किसान खुद इकट्ठा करके अनाज भेज रहे हैं सरकार को ज्यादा तेजी से गति के साथ काम करना चाहिए। सरकार की गति बिल्कुल धीमी है। किसान के प्रति सरकार लापरवाह है मनरेगा का काम भी लोगों के पास नहीं है। यह सरकार को देख ऐसा लगता है जैसे हरियाणा में सरकार नहीं है।
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