
Apple Watch:मध्य प्रदेश के 26 वर्षीय साहिल की जिंदगी Apple Watch की वजह से बची। बिजनेस मीटिंग्स के दौरान उनकी तबियत अचानक खराब होने लगी। जब साहिल बाद में मूवी देख रहे थे कि तभी उनकी स्मार्टवॉच ने अलर्ट दिया कि उनका हार्ट रेट असामान्य रूप से तेज है। दो घंटे आराम से बैठे होने के बावजूद हार्ट रेट 150 तक पहुंच चुका था। साहिल ने अलर्ट को नजरअंदाज नहीं किया और डॉक्टर को दिखाया।
ECG और ब्लड टेस्ट से मिली सही जानकारी
डॉक्टर ने तुरंत ECG और ब्लड टेस्ट कराए। जांच में सामने आया कि हार्टबीट असामान्य रूप से ज्यादा थी और ट्रेन सफर के दौरान उन्हें स्ट्रोक या ब्रेन हेमरेज का खतरा हो सकता था। समय पर अलर्ट मिलने की वजह से साहिल ने सही इलाज कराया और उनकी जान बच गई। इस पर साहिल ने सीधे Apple CEO टिम कुक को ईमेल भेजकर धन्यवाद भी दिया।
मुंबई में स्कूबा डाइविंग के दौरान अलर्ट ने किया कमाल
अक्टूबर की शुरुआत में मुंबई के एक शख्स की जान भी Apple Watch Ultra ने बचाई। पुडुचेरी के पास स्कूबा डाइविंग के दौरान उनकी सपोर्ट बेल्ट ढीली हो गई। इसी बीच वॉच ने तुरंत खतरे का अलर्ट दिया और स्क्रीन की लाइट तेज कर दी। उनके डाइविंग इंस्ट्रक्टर ने इस अलर्ट को पहचानकर उन्हें समय पर मदद दी।
दोनों घटनाओं से साफ हो गया कि Apple Watch सिर्फ फिटनेस ट्रैकर नहीं बल्कि जीवनरक्षक भी बन सकती है। हार्ट रेट और इमरजेंसी अलर्ट जैसे फीचर्स समय पर खतरे की पहचान कर लोगों की जान बचा सकते हैं। यह साबित करता है कि स्मार्टवॉच तकनीक अब जीवन सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभा रही है।
Leave a comment