शिवराज पाटिल ने 90 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, 70 के दशक में राजनीति में रखा था कदम

Shivraj Patil Passes Away: कांग्रेस के दिग्गज नेता और देश के पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने शुक्रवार, 12 दिसंबर को अपनी अंतिम सांस ली। 90 साल की उम्र में पाटिल ने महाराष्ट्र के लातूर में निधन हुआ। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमार थे और उनका इलाज घर पर ही चल रहा था। सत्तर के दशक में उन्होंने राजनीति में कदम रखा था और विधायक लेकर सांसद और देश के गृहमंत्री बनने तक का सफर तय किया।
अंतिम समय तक राजनीति में एक्टिव रहे
शिवराज पाटिल अपने अंतिम समय तक राजनीति में एक्टिव रहे, लेकिन कई सालों से राजनीतिक जीवन से रिटायर हो चुके। महाराष्ट्र के रहने वाले शिवराज पाटिल चाकूरकर मराठवाड़ा के लातूर से सांसद रह चुके हैं। राजनीति में उन्हें साफ-सुथरी छवि का नेता माना जाता है। वह लातूर ग्रामीण सीट से 1973 से 1980 तक विधायक रहे। 1980 के बाद वह लातूर संसदीय सीट से चुनाव जीतकर कई बार लोकसभा में अपनी जगह बनाई। यही नहीं केंद्र में मंत्री रहने से लेकर राज्यपाल तक का सफर उन्होंने तय किया।
लॉ की पढ़ाई के बाद राजनीति में आए
शिवराज पाटिल का जन्म 12 अक्टूबर 1935 में हुआ था। शिवराज के पिता का नाम शिवराम पाटिल और उनकी माता का नाम शारदा पाटिल था। उनके पिता एक किसान थे और वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते थे। इसके बावजूद उन्होंने अपनी सियासी पहचान बनाई। शिवराज पाटिल को भारतीय राजनीति में एक अहम और अनुभवी शख्सियत के तौर पर जाना जाता है। लातूर में अपनी शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद उस्मानिया यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया। मुंबई यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने सियासत में कदम रखा।
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