विदेश मंत्री एस जयशंकर के श्रीलंका दौरे पर चीन की नजरें, राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके से करेंगे मुलाकात
Foreign Minister Jaishankar Tour To Sri Lanka: विदेश मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका यात्रा से चीन की बेचैनी बढ़ने वाली है। श्रीलंका में नई सरकार का गठन होने के बाद जयशंकर आज पहली बार श्रीलंका पहुंचे हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में अनुरा कुमार दिसानायके के शपथ लेने के बाद दोनों देशों के बीच पहली वार्ता होगी। जयशंकर ने श्रीलंका पहुंचने के बाद कहा कि कोलंबो में पुन: आकर अच्छा लगा। श्रीलंकाई नेतृत्व के साथ आज अपनी बैठकों को लेकर उत्साहित हूं।
श्रीलंका में नेशनस पीपुल्स पावर की सत्ता में आने के बाद पहली बार कोई विदेश मंत्री श्रीलंका दौरे पर गया है। इसलिए भी चीन की परेशानी बढ़ना लाजमी है। जयशंकर की इस यात्रा पर चीन पैनी नजर बनाए हुए है। श्रीलंका की विदेश सचिव अरुणी विजयवर्धने और श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा ने हवाई अड्डे पर जयशंकर का स्वागत किया।
श्रीलंका के विदेश मंत्री से मिले जयशंकर
जयशंकर ने सबसे पहले यहां के श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिथा हेराथ से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा आज कोलंबो में विदेश मंत्री विजिथा हेराथ के साथ व्यापक और विस्तृत वार्ता संपन्न हुई। एक बार फिर उन्हें नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दी। भारत-श्रीलंका साझेदारी के विभिन्न आयामों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के आर्थिक पुनर्निर्माण में भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। हमारी नेबरहुड फर्स्ट नीति और सागर दृष्टिकोण हमेशा भारत श्रीलंका के संबंधों को बढ़ाएगा।
पीएम और राष्ट्रपति से भी करेंगे मुलाकात
अधिकारियों ने कहा कि जयशंकर श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके और प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया कि जयशंकर कोलंबो में नयी एनपीपी सरकार के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि जयशंकर श्रीलंका में भारतीय परियोजनाओं पर भी चर्चा करेंगे।वहीं, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उनके महत्व को रेखांकित करेंगे। दिसानायके ने विपक्ष में रहते हुए कुछ भारतीय परियोजनाओं पर आपत्ति जताई थी। खासकर अदाणी समूह द्वारा संचालित सतत ऊर्जा परियोजनाओं को लेकर।
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