
नई दिल्ली : पिच पर आते ही बॉलर्स की धुनाई के लिए मशहूर शाहिद आफरीदी को उनके फैन्स बूम बूम के नाम से भी जानते हैं। क्रिकेट इतिहास की अगर धुआंधार पारियों को ढ़ूंढा जाए तो उसमे पहला नाम शाहिद आफरीदी का होगा।
आज ही के दिन क्रिकेट की दुनिया में पाकिस्तान के इस विस्फोटक ओपनर ने 20 साल पहले 4 अक्टूबर 1996 को नैरौबी में ऐसी पारी खेली, जो कई सालों तक सबके लिए एक बड़ी लकीर बनी रही। ऐसी बड़ी लकीर जिसे छोटा करने में दुनिया भर के बल्लेबाजों को करीब 17 साल लग गए। मात्र 16 साल की उम्र में आफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ 37 गेंदों में सेंचुरी बनाकर वनडे में सबसे तेज सेंचुरी बनाने का कारनामा किया था।
आफरीदी की इस रिकॉर्डतोड़ सेंचुरी की मदद से पाकिस्तान ने 371 रन का स्कोर बनाया था, जो उस समय वनडे का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर था। इस मैच में पाक ने श्रीलंका को 82 रनों से मात दी थी। शाहिद आफरीदी ने गेंदबाजी में एक विकेट भी लिया था।
बाद में सीजे एंडरसन ने 36 गेंदों पर यह कारनामा कर अफरीदी का रिकॉर्ड तोड़ा। हालांकि 18 जनवरी 2015 को एबी डिविलियर्स ने केवल 31 गेंदों पर यह रिकॉर्ड बड़े अंतर से अपने नाम कर लिया है। इस लिस्ट में अफरीदी अब भी तीसरे नंबर पर मौजूद हैं।
उन्होंने इस पारी से श्रीलंका के धाकड़ ओपनर सनथ जयसूर्या का रिकॉर्ड तोड़ा था। जयसूर्या ने छह महीने पहले ही 48 गेंदों में सबसे तेज सेंचुरी लगाने का विश्व रिकॉर्ड कायम किया था। पाकिस्तान के इस ऑलराउंडर ने 398 वनडे, 27 टेस्ट और 98 टी20 मैचों में हिस्सा लिया। वह अपने पहले ही मैच में रिकॉर्ड बनाने के अलावा मैन ऑफ द मैच भी रहे थे।
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