सूर्या की खुशी देखकर फैंस भी हुए हैप्पी, टॉस जीतते ही झूमे भारतीय कप्तान, मार्श ने गले लगाकर दी बधाई!

सूर्या की खुशी देखकर फैंस भी हुए हैप्पी, टॉस जीतते ही झूमे भारतीय कप्तान, मार्श ने गले लगाकर दी बधाई!

IND vs Aus 3rd T20: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टी20सीरीज का तीसरा मुकाबला होबार्ट के बेलरिव ओवल में खेला गया। इस महत्वपूर्ण मैच में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। टॉस जीतते ही सूर्या की आंखों में चमक आ गई और वे मैदान पर ही उछल-उछलकर खुशी जाहिर करने लगे। विपक्षी कप्तान मिचेल मार्श ने भी हंसते हुए उन्हें गले लगाकर बधाई दी। यह खुशी सूर्या के लिए महज संयोग नहीं थी, बल्कि लंबे समय से भारतीय टीम को सताए जा रहे टॉस के 'सूखे' का अंत था। स्टेडियम में मौजूद प्रशंसकों ने भी कप्तान के उत्साह में साथ दिया और तालियों व नारों से माहौल गर्म कर दिया।

टॉस लक ने भारतीयों को किया परेशान

टीम इंडिया का टॉस रिकॉर्ड हाल के समय में बेहद खराब रहा है। वनडे इंटरनेशनल में लगातार 18टॉस हारने का विश्व रिकॉर्ड उनके नाम है, जो किसी भी टीम का सबसे लंबा सिलसिला है। टेस्ट क्रिकेट में शुभमन गिल ने बतौर कप्तान पहले छह मैचों में टॉस गंवाए, हालांकि इसी महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में उन्होंने राहत की सांस ली। टी20इंटरनेशनल में भी हालात बेहतर नहीं थे – लगातार दो टॉस हार चुकी भारतीय टीम को इस सीरीज के पहले दो मैचों में भी निराशा हाथ लगी। सूर्या के नेतृत्व में यह टॉस जीत न केवल सीरीज में संतुलन बहाल करने वाली थी, बल्कि खिलाड़ियों का मनोबल भी ऊंचा करने वाली साबित हुई।

पिछले टी20मैच में टॉस हारने पर सूर्या ने मजाकिया अंदाज में ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करते हुए कहा था कि अब पूजा-अर्चना करानी पड़ेगी। यह टिप्पणी टीम के भीतर हंसी का विषय बनी, लेकिन सच्चाई यही थी कि टी20आई में आखिरी टॉस जीत एशिया कप 2025के फाइनल में ही आई थी। सूर्या की यह प्रतिक्रिया न केवल टीम की हताशा दर्शाती थी, बल्कि उनके हल्के-फुल्के अंदाज से माहौल को भी हल्का करने का प्रयास था। इस बार टॉस जीतकर उन्होंने साबित कर दिया कि कभी-कभी किस्मत भी मेहनत के आगे झुक जाती है।

तीन बदलावों के साथ उतरी टीम इंडिया

मैच में भारत ने अपनी प्लेइंग इलेवन में तीन अहम बदलाव किए – संजू सैमसन, हर्षित राणा और कुलदीप यादव की जगह जितेश शर्मा, अर्शदीप सिंह और वॉशिंगटन सुंदर को मौका दिया। सूर्या की टॉस जीत के बाद यह फैसला पिच की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर लिया गया, जहां दूसरी पारी में बल्लेबाजी आसान मानी जा रही थी। ऑस्ट्रेलिया ने भी जोश हेजलवुड की जगह सीन एबॉट को शामिल किया। सूर्या की यह जीत न केवल रणनीतिक फायदे की थी, बल्कि पूरे दौरे पर भारतीय अभियान को नई दिशा देने वाली भी। अब सभी की नजरें मैच के रोमांच पर टिकी हैं।

Leave a comment