Milan-24: नहीं चलेगी ड्रैगन की दादागिरी, समंदर में चीन के खिलाफ भारत समेत 51 देश हुए एकजुट

Milan-24: नहीं चलेगी ड्रैगन की दादागिरी, समंदर में चीन के खिलाफ भारत समेत 51 देश हुए एकजुट

Milan-24:भारत ने दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती संप्रभुता को हमेशा चुनौती दी है। इसकी बानगी भारत के विशाखापत्तनम में हो रही नेवी ड्रिल मिलन-24 है, जिसमें दुनिया के 51 देश हिस्सा ले रहे हैं। 17 से 19 फरवरी तक चलने वाला यह नौसैनिक अभ्यास चीन को सीधा संदेश है कि दक्षिण चीन सागर ही नहीं, दुनिया के किसी भी समुद्री क्षेत्र में उसका प्रभुत्व बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भारत की ईस्टर्न नेवल कमांड, विशाखापत्तनम में संयुक्त नौसेना ड्रिल MILAN-24 शुरू हो गई है। यह नौसेना अभ्यास 2 साल में एक बार होता है, जिसकी शुरुआत 1995 में भारत सहित केवल पांच देशों के साथ हुई थी, इस बार 51 देश अपने युद्धपोतों, विमान वाहक और नौसैनिक टुकड़ियों के साथ इस नौसैनिक अभ्यास में भाग ले रहे हैं। इनमें वे देश भी शामिल हैं जिनका दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ विवाद चल रहा है। इसके अलावा ऐसे देश भी हैं जिनका चीन के साथ किसी न किसी मुद्दे पर तनाव रहता है।

चीन के अलावा सभी ताकतवर देश शामिल

दुनिया के सबसे बड़े नेवल एक्सरसाइज की मेजबानी कर रहे भारत ने इस ड्रिल में दुनिया के कई ताकतवर देश शामिल हैं। यह पहला ऐसा नेवल एक्सरसाइज है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र में 5 में से 4स्थायी सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। चीन को छोड़ दें तो संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, रूस, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देश इस नेवी ड्रिल का हिस्सा हैं।

इसके अलावा चीन की विस्तारवादी नीति पर रोक लगाने के लिए बने संगठन क्वॉड के सभी देश यानी जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया भी ड्रिल में हिस्सेदारी ले रहे हैं। खासकर ऑस्ट्रेलिया तो 2023से लगातार ही भारत की इस नेवी ड्रिल का हिस्सा बन रहा है। मिलन-24में चीन के सभी दुश्मन देश भी दिखेंगे, इस एक्सरसाइज में फिलीपींस, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया म्यांमार-सिंगापुर जैसे देश भी शामिल है।

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