'मेरी मां की जान...'भारत को लेकर शेख हसीना के बेटे का चौंकाने वाला बयान, लश्कर पर कही ये बात

'मेरी मां की जान...'भारत को लेकर शेख हसीना के बेटे का चौंकाने वाला बयान, लश्कर पर कही ये बात

Sheikh Hasina's Son Sajeeb Wazed Joy Statement: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिद वाजेद जॉय ने भारत को धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा 'भारत ने मेरी मां की जान बचाई।' वाशिंगटन से जारी एक बयान में जॉय ने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, बल्कि बांग्लादेश में बढ़ते कट्टरपंथी तत्वों खासकर लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैसे संगठनों के खतरे पर भी चिंता जताई। यह बयान उस समय आया है जब हसीना को हाल ही में एक विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई है, जिसे जॉय ने राजनीतिक बदले की कार्रवाई' करार दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ दक्षिण एशिया में सुरक्षा चुनौतियों को उजागर करता है।

जॉय का भावुक बयान

अमेरिका में रहने वाले साजिद वाजेद जॉय अपनी मां शेख हसीना के राजनीतिक सलाहकार भी रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा 'मेरा भारत सरकार को संदेश है - प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की त्वरित कार्रवाई ने मेरी मां की जान बचाई। हम हमेशा आभारी रहेंगे।' दरअसल, यह बयान अगस्त 2024के उस राजनीतिक संकट की याद दिलाता है, जब छात्र आंदोलनों के दौरान हसीना को पद छोड़कर भारत आना पड़ा था। जॉय के अनुसार, भारत ने न केवल हसीना को सुरक्षित शरण दी, बल्कि हत्या की साजिशों को नाकाम करने में अहम भूमिका भी निभाई।

जॉय ने जोर देकर कहा कि भारत ने हसीना को 'राज्य प्रमुख' जैसी सुरक्षा प्रदान की है, जो उनकी मां की जान बचाने का सबसे बड़ा प्रमाण है। यह बयान 2024के संकट के ठीक एक साल बाद आया है, जब हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान के घर पर हमले हुए थे। जॉय ने भारत को 'क्षेत्रीय स्थिरता का स्तंभ' बताते हुए कहा कि हसीना सरकार ने ही बांग्लादेश में शांति बनाए रखी और आर्थिक विकास सुनिश्चित किया। 

लश्कर-ए-तैयबा पर कड़ी चेतावनी

जॉय ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैसे पाकिस्तान-समर्थित आतंकी संगठनों पर आरोप लगाया कि हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में जिहादी तत्व सक्रिय हो गए हैं, जो अल्पसंख्यकों—खासकर हिंदुओं—पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने कहा 'लश्कर जैसे संगठन अब बांग्लादेश की सीमाओं पर नजर रखे हुए हैं। हसीना सरकार ने इन्हें दबाया था, लेकिन अब ये वापस आ रहे हैं। भारत की भूमिका ही हमें स्थिर रख सकती है।' 

जॉय ने कहा कि यूनुस सरकार 'अवैध' है और 'जमात-ए-इस्लामी तथा इस्लामी कट्टरपंथियों' के इशारों पर चल रही है। हाल के महीनों में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों पर 200 से अधिक हमले दर्ज हुए हैं, जिनमें LeT की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भी चेतावनी जारी की है कि भारत की पूर्वी सीमा पर घुसपैठ की कोशिशें बढ़ी हैं। जॉय ने अपील की कि भारत को 'दक्षिण एशिया में नेतृत्व की भूमिका' निभानी चाहिए, ताकि क्षेत्रीय शांति बनी रहे।

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