भारत का दोस्त या PAK समर्थक? रूस की JF-17 इंजन डील पर सियासी घमासान, आमने-सामने कांग्रेस-BJP

भारत का दोस्त या PAK समर्थक? रूस की JF-17 इंजन डील पर सियासी घमासान, आमने-सामने कांग्रेस-BJP

Russia JF17 Engine Deal: भारत के दोस्त रूस द्वारा पाकिस्तान को JF-17फाइटर जेट के लिए उन्नत RD-93MA इंजन की आपूर्ति करने के दावों ने राजनीतिक गलियारों में हंगामा मचा दिया है। कांग्रेस ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'हग डिप्लोमेसी' की नाकामी करार देते हुए सरकार से सफाई मांगी है। लेकिन बीजेपी ने इन दावों को 'गलत सूचना का प्रचार' बताकर खारिज कर दिया है। रूस ने भी इन रिपोर्ट्स को 'अफवाह' करार दिया है।

क्या है पूरा मामला?

बता दें, कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने 04अक्टूबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबा पोस्ट लिखकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि रूस, जो कभी भारत का 'सबसे भरोसेमंद रणनीतिक साझेदार' था, अब पाकिस्तान को JF-17थंडर के ब्लॉक III वेरिएंट के लिए RD-93MA इंजन दे रहा है। ये इंजन उसी JF-17को पावर देंगे, जिसका इस्तेमाल मई 2025के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के खिलाफ हो सकता था। वायुसेना प्रमुख ने भी कहा है कि JF-17पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों में शामिल था।

जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर की जून 2025में सीधी हस्तक्षेप के बावजूद ये डील आगे बढ़ रही है। उन्होंने इसे 'व्यक्तिगत कूटनीति की असफलता' बताया और कहा कि मोदी सरकार की 'हाई-प्रोफाइल समिट्स, हग्स और ग्रैंडस्टैंडिंग' राष्ट्रीय हितों से ज्यादा इमेज बिल्डिंग पर केंद्रित है। कांग्रेस नेता ने पाकिस्तान को अलग-थलग करने में नाकामी का भी जिक्र किया, जहां पाक आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों से समर्थन मिल रहा है।

बीजेपी का कड़ा जवाब

वहीं, अब कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने तुरंत पलटवार किया। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने 05अक्टूबर को एक्स पर पोस्ट कर रमेश पर हमला बोला। उन्होंने कहा 'कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं, कोई विश्वसनीय स्रोत नहीं। ये सिर्फ गलत सूचना का एक और दौर है। कांग्रेस का संचार प्रमुख दुश्मन के साथ खड़ा होकर भारत के खिलाफ प्रचार कर रहा है।' मालवीय ने दावा किया कि रूस ने खुद इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है और कहा है कि पाकिस्तान के साथ ऐसा कोई सहयोग नहीं है जो भारत को असहज करे। उन्होंने कांग्रेस पर 'प्रो-पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा' फैलाने का आरोप लगाया।

बीजेपी नेताओं ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया, जो भारत-रूस संबंधों को कमजोर करने की कोशिश है। पार्टी का कहना है कि मोदी सरकार की कूटनीति ने रूस को भारत का मजबूत साझेदार बनाए रखा है, जैसे S-400मिसाइल सिस्टम और Su-57स्टेल्थ फाइटर की डील में।

JF-17और भारत-पाक तनाव

बता दें, JF-17 थंडर पाकिस्तान और चीन का संयुक्त प्रोजेक्ट है, जो पाक वायुसेना का मुख्य लड़ाकू विमान है। 150 से ज्यादा यूनिट्स सेवा में हैं और ब्लॉक III वेरिएंट 2020 से प्रोडक्शन में है। मई 2025 के 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान JF-17 का इस्तेमाल होने की रिपोर्ट्स आईं, जिसमें 5 पाकिस्तानी विमान गिराए गए। भारत ने तब रूस से स्पेयर पार्ट्स और नई डिलीवरी रोकने की अपील की, लेकिन मॉस्को ने व्यावसायिक हितों को प्राथमिकता दी।

Leave a comment