Delhi News:डिजिटल युग की बढ़ती सुविधाओं के साथ-साथ साइबर अपराधों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी में सक्रिय एक संगठित 'सेक्सटॉर्शन सिंडिकेट' का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने हरियाणा के नूंह जिले से सिंडिकेट से जुड़े मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नकली पहचान बनाकर लोगों को फंसाने और फिर वसूली करने का काला कारोबार चला रहा था।
डिजिटल जाल में फंसाकर वसूली
मालूम हो कि सेक्सटॉर्शन यानी यौन शोषण की धमकी देकर पैसे ऐंठना, आजकल साइबर क्राइम का एक खतरनाक रूप बन चुका है। इस सिंडिकेट के सदस्य वीडियो कॉल के जरिए खुद को आकर्षक 'महिला' के रूप में पेश करता। वे पीड़ितों को अश्लील वीडियो या फोटो के नाम पर डराते-धमकाते और फिर खुद को साइबर पुलिस अधिकारी या यूट्यूब स्टाफ का कर्मचारी बताकर वसूली किया करता था।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने एक व्यक्ति को फर्जी अश्लील वीडियो दिखाकर डराया और उसके बाद 39,000 रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित ने हताश होकर दिल्ली पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद यह सिलसिला शुरू हुआ।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह कोई अकेला हादसा नहीं था। राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर दर्ज चार अन्य मामलों से भी इस गिरोह का लिंक जुड़ गया। आरोपी नकली प्रोफाइल्स बनाकर सोशल मीडिया पर शिकार तलाशते, और एक बार फंसाने के बाद ब्लैकमेल का जाल बुनते। तकनीकी निगरानी और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच से पुलिस को सुराग मिला, जो सीधे हरियाणा के नूंह जिले के मुबारिकपुर गांव तक पहुंचा।
नूंह से मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल टीम ने गहन जांच के बाद हरियाणा पहुंचकर 26 वर्षीय मोहम्मद नसीम को गिरफ्तार किया। नसीम इस सिंडिकेट का मास्टरमाइंड था, जो पीछे से सारी साजिश रचता और फंड ट्रांसफर मैनेज करता था। वहीं, पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह NCRP के चार अन्य मामलों में भी संलिप्त था। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से कई फर्जी सिम कार्ड, मोबाइल डिवाइस और डिजिटल सबूत बरामद हुए, जो उसके व्यापक नेटवर्क की पोल खोलते हैं। वहीं, आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया है, और रिमांड के दौरान और खुलासे होने की उम्मीद है।
Leave a comment