
UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया की दुनिया में तहलका मचा दिया है। यहां 25 वर्षीय जया पांडेय ने इंस्टाग्राम पर लाइव जाकर फांसी लगा ली है, जिसके बाद मेटा कंपनी की त्वरित अलर्ट सिस्टम ने मात्र 8 मिनट में पुलिस को सूचना भेज दी, लेकिन जब दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी टीम ने युवती को देखा, तो वह पहले ही मृत हो चुकी थी।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस जांच में सामने आया कि जया पांडेय अंबेडकर नगर जिले के ढीडी ध्यौरा गांव की रहने वाली थीं औऱ लखनऊ के विभूति खंड स्थित विजयीपुर गांव में किराए के एक मकान में अकेले रहती थीं। यह घटना गुरुवार शाम की है, जब जया ने इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन शुरू किया और कुछ ही मिनटों में फांसी लगा ली। तो वहीं, इस घटना के बारे में बताते हुए विभूति खंड थाने के इंस्पेक्टर अमर सिंह ने कहा कि जया का लाइव वीडियो मेटा के एआई सिस्टम ने तुरंत पकड़ लिया। मेटा की 'सेफ्टी फीचर' पॉलिसी के तहत, जब कोई उपयोगकर्ता आत्महत्या जैसी संवेदनशील सामग्री शेयर करता है, तो कंपनी का सिस्टम स्वचालित रूप से अलर्ट जारी करता है। इस मामले में लाइव स्ट्रीम के शुरू होते ही मेटा ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया सेल को ईमेल और मैसेज के जरिए सूचना भेजी।
इसके बाद अलर्ट मिलते ही पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की, जो विभूति खंड के एक अपार्टमेंट पर अटकी। थाना प्रभारी की अगुवाई में टीम सिर्फ 8 मिनट में घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। जिसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। लेकिन तब तक जया ने अपने कमरे में लगाए फंदे पर लटककर दम तोड़ दिया था। इंस्पेक्टर सिंह ने बताया 'हमारी कोशिश थी कि समय रहते बचाएं, लेकिन घटना इतनी तेज थी कि 8 मिनट भी काफी साबित न हुए।' पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फांसी लगाने से मौत की पुष्टि हुई है।
कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला
शुरुआती जांच में पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। जया के परिजनों ने भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। पड़ोसियों के अनुसार, जया सामान्य जीवन जी रही थीं और कोई खास परेशानी का संकेत नहीं मिला। जया के फोन और सोशल मीडिया अकाउंट की फॉरेंसिक जांच चल रही है, जिसमें उनके हाल के मैसेज और कॉल्स से कोई सुराग मिल सकता है।
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