Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों के आखिरी चरण में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने नई पहलें शुरू करने का ऐलान किया है। दो दिवसीय समीक्षा यात्रा के समापन पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि राज्य के किसी भी पोलिंग बूथ पर 1200से अधिक मतदाताओं की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा उम्मीदवारों की फोटो को रंगीन (कलरफुल) प्रारूप में शामिल करने से मतदाता सूची और EVM बैलेट यूनिट ज्यादा उपयोगी हो जाएगी।
ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की भूमिका की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि BLO ने मतदाता सूची शुद्धिकरण (SIR) प्रक्रिया में अहम योगदान दिया है, जो लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई है।
पोलिंग स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन
CEC कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार जैसे घनी आबादी वाले राज्य में पोलिंग स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती रहा है। इसलिए, ECI ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि प्रत्येक बूथ पर अधिकतम 1200मतदाता ही जुड़ सकेंगे। इससे मतदान की गति बढ़ेगी, लाइनें छोटी रहेंगी और मतदाताओं को असुविधा नहीं होगी। उन्होंने जोर देकर कहा 'यह फैसला मतदाता सुविधा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। इससे न केवल मतदान प्रतिशत बढ़ेगा, बल्कि चुनाव प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और कुशल बनेगी।'
यह पहल ECI की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें हाल ही में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के बाद अंतिम मतदाता सूची में 7.42करोड़ नाम शामिल किए गए हैं। SIR के तहत 21.53लाख नए नाम जोड़े गए, जबकि 3.66लाख नाम हटाए गए। कुमार ने बिहार की जनता, अधिकारियों और राजनीतिक दलों का आभार जताते हुए कहा कि यह सामूहिक प्रयास ही निष्पक्ष चुनाव की गारंटी है।
उम्मीदवारों की रंगीन फोटो
कुमार ने घोषणा की कि बिहार चुनाव में EVM बैलेट यूनिट और मतदाता सूचना पर्ची (वोटर इंफॉर्मेशन स्लिप) पर उम्मीदवारों की फोटो रंगीन प्रारूप में छापी जाएगी। इससे मतदाता आसानी से उम्मीदवारों की पहचान कर सकेंगे। उन्होंने कहा 'रंगीन फोटो से बैलेट पेपर अधिक पढ़ने योग्य और आकर्षक बनेगा। यह बिहार में पहली बार लागू हो रहा है और सफल होने पर पूरे देश में विस्तारित किया जाएगा।
मालूम हो कि यह बदलाव ECI की 30नई पहलों में से एक है, जो कुमार के नेतृत्व में फरवरी 2025से शुरू हुई हैं। इनमें मोबाइल डिपॉजिट सुविधा, बूथ से 100मीटर दूर उम्मीदवार कैंप की अनुमति और श्रृंखला संख्या को बड़ा बनाना शामिल है। कुमार ने सेंट्रल ऑब्जर्वर्स को "लोकतंत्र के प्रहरी" बताते हुए कहा कि वे इन निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करेंगे।
चुनावी तैयारियों की समीक्षा
पटना पहुंची ECI टीम ने शनिवार को 12मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बैठक की, जबकि रविवार को प्रवर्तन एजेंसियों, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO), विशेष पुलिस नोडल अधिकारी (एसपीएनओ) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के अधिकारियों के साथ समीक्षा हुई। चर्चा का केंद्र धनबल और बाहुबल के दुरुपयोग को रोकना, सुरक्षा व्यवस्था और नक्सल प्रभावित जिलों में विशेष इंतजाम रहा। कुमार ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने मतदान और मतगणना एजेंट तैनात करें। उन्होंने कहा 'चुनाव आयोग सभी दलों के प्रति निष्पक्ष है। कोई भी उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'
BLO की मेहनत से सफलता
प्रेस कॉन्फ्रेंस में CEC कुमार ने स्पष्ट किया कि बिहार में हाल ही में संपन्न SIR अभियान ने मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी और अद्यतन बनाने में सफलता हासिल की है। SIR (Special Intensive Revision) के तहत BLO ने घर-घर जाकर सत्यापन किया, जिससे बोगस वोटरों की पहचान और हटाने का काम तेजी से हुआ। कुमार ने कहा 'BLO ने बहुत अच्छा काम किया। उनकी मेहनत से हमारी मतदाता सूची अब अधिक विश्वसनीय हो गई है।' यह बयान विपक्ष के वोट चोरी के आरोपों के संदर्भ में आया, जहां आयोग ने सभी दलों के साथ समान व्यवहार का भरोसा जताया।
आयोग के अनुसार, SIR प्रक्रिया के दौरान बिहार के करीब 7.5 करोड़ मतदाताओं में से लाखों एंट्रीज की जांच हुई। BLO , जो मुख्य रूप से स्कूल शिक्षक होते हैं, ने इस अभियान को जमीन पर उतारने में केंद्रीय भूमिका निभाई। कुमार ने BLO के अलावा मतदाताओं, निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ), मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और मीडिया का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सामूहिक प्रयास ही निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगा।
Leave a comment