विदेश से हथियार आते तो बहुत देखे होंगे...लेकिन पहली बार ब्रह्मोस डिलीवरी की ये तस्वीर जीत लेगी दिल

विदेश से हथियार आते तो बहुत देखे होंगे...लेकिन पहली बार ब्रह्मोस डिलीवरी की ये तस्वीर जीत लेगी दिल

Brahmos Missile: भारत ने आज फिलीपींस को शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की पहली खेप सौंपी। इसे देश के रक्षा निर्यात में एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है। खबरFast के पास ब्रह्मोस मिसाइल के निर्यात की एक्सक्लूसिव तस्वीरें हैं। इसमें देखा जा सकता है कि वायु सेना ने विशेष विमान के जरिए मिसाइलों को फिलीपींस पहुंचाया है। इस दौरान भारत और फिलीपींस के अधिकारियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई।

फिलीपींस को भारत से क्रूज मिसाइलें ऐसे समय मिली हैं जब उसका चीन के साथ विवाद चल रहा है। दक्षिण चीन सागर में आए दिन फिलीपींस और चीन की नौसेनाएं आमने-सामने आ रही हैं। माना जा रहा है कि फिलीपींस इन मिसाइलों को चीन की ओर तैनात कर सकता है, ताकि वह चीनी सेना से अपनी रक्षा कर सके। भारत और फिलीपींस के बीच दो साल पहले क्रूज मिसाइलों की डील पर हस्ताक्षर हुए थे। यह डील 375 मिलियन डॉलर (करीब 3000 करोड़ रुपए) की थी।

एक साल में भारत का रक्षा निर्यात 32.5% बढ़ा

भारत का रक्षा निर्यात हर साल बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने विदेशों को 2.63 अरब डॉलर यानी 21,083 करोड़ रुपये के हथियार और रक्षा उपकरण निर्यात किए। पिछले वर्ष की तुलना में 32.5% की वृद्धि हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान भारत का रक्षा निर्यात तेजी से बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2013-14 की तुलना में पिछले 10 वर्षों में रक्षा निर्यात 31 गुना बढ़ गया है।

क्या है ब्रह्मोस की खासियत?

फिलीपींस के अलावा अर्जेंटीना जैसे देशों ने भी ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड, भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम, 'ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल' का उत्पादन करता है। इस मिसाइल को पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल की गति 2.8 मैक है या यह ध्वनि की गति से तीन गुना अधिक गति से लक्ष्य पर हमला कर सकती है।

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