शिमला: विधानसभा में हुए पूरे प्रकरण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि लोकतंत्र में इस तरह की चीजें होती रहती हैं लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को आगे बढ़कर सदन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाना चाहिए.वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से इतनी ज्यादा अभद्रता नहीं की है जिसके लिए उन्हें पूरे सत्र के लिए बाहर किया जाए.क्योंकि कांग्रेस के विधायक के इस तरह की सोच नही रखते हैं सभी विधायक सभ्य हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष की सरकार चलाते हैं और देश प्रदेश के लोगों की अपेक्षाओं पर खरा सकते हैं. ऐसे में विपक्ष के लोगों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए और उनकी बातों को इतना तूल नहीं देना चाहिए क्योंकि विपक्ष का काम सरकार की कमियां निकालना होता है.
वीरभद्र सिंह ने कहा कि ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह मिल बैठकर कोई बीच बचाव का रास्ता निकालें जिससे सदन का गतिरोध समाप्त हो और सदन के भीतर सार्थक चर्चा हो सके.उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री से खुद अपील करेंगे कि इस गतिरोध को खत्म करने की कोशिश की जाए ताकि हिमाचल प्रदेश के हितों से जुड़े मुद्दों पर सदन में बातचीत हो और एक बढ़िया माहौल तैयार किया जाए
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