Puri Congress Candidate Refused To Contest:लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 2 चरणों का मतदान खत्म हो चुका है। तीसरे चरण में 12 राज्यों की 94 सीटों पर वोटिंग होगी। इस दौरानसूरत, इंदौर के बाद कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। ओडिशा के पुरी में कांग्रेस उम्मीदवार सुचरिता मोहंती ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। मोहंती ने आरोप लगाया है कि पार्टी कोई वित्तीय सहायता नहीं दे रही है। बिना पार्टी फंडिंग के चुनाव प्रचार करना मेरे लिए संभव नहीं है, इसलिए मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। मैं टिकट वापस कर रहा हूं। आपको बता दें कि संबित पात्रा यहां से बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखे पत्र में सुचरिता ने कहा, पुरी संसदीय क्षेत्र में हमारा अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि पार्टी ने मुझे फंड देने से इनकार कर दिया है। जब मैंने इस बारे में ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉ. अजॉय कुमार जी को बताया तो उन्होंने साफ कहा कि इसकी व्यवस्था आप खुद करें। इसकी रक्षा आप स्वयं करें।
मैंने पुरी में अपने कैंपेन में अपना सब कुछ झोंक दिया
सुचरिता ने आगे कहा, मैं एक वेतनभोगी पेशेवर पत्रकार थी। 10 साल पहले मैं चुनावी राजनीति में आया था। मैंने पुरी में अपने अभियान में अपना सब कुछ झोंक दिया है। मैंने प्रगतिशील राजनीति के लिए जन चंदा अभियान भी चलाया लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिली। मैंने अनुमानित अभियान खर्चों को कम करने का भी प्रयास किया। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ।
मैं पैसे नहीं जुटा सकी, पार्टी के सभी दरवाजे खटखटाए
कांग्रेस उम्मीदवार सुचरिता ने कहा कि मैं अपने दम पर धन नहीं जुटा सकती, इसलिए मैंने आपके और हमारी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सभी दरवाजे खटखटाए और उनसे पुरी संसद सीट पर चुनाव अभियान के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। लेकिन मुझे कोई सपोर्ट नहीं मिला। सुचरिता ने कहा कि यह स्पष्ट है कि धन की कमी ही हमें पुरी में विजयी अभियान से रोक रही है।
इंदौर में झटका, अक्षय बाम ने वापस लिया नामांकन
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस को मध्य प्रदेश में झटका लगा था। इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बाम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए थे। नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले बाम ने ऐसा किया। अक्षय ने 24 अप्रैल को इंदौर से अपना नामांकन दाखिल किया था। इंदौर से सांसद शंकर लालवानी बीजेपी के प्रत्याशी हैं। लालवानी मौजूदा सांसद भी हैं।
सूरत में क्या था मामला?
इससे पहले गुजरात के सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया गया था। उनके प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में कुछ विसंगतियां थीं। इसके बाद उस सीट पर सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद सूरत सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया।
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