Haryana News: चुनाव मैदान में कूदे पूर्व गृह मंत्री अनिल विज, मंच से कर दिया बड़ा ऐलान

Haryana News: चुनाव मैदान में कूदे पूर्व गृह मंत्री अनिल विज, मंच से कर दिया बड़ा ऐलान

Haryana News: हरियाणा कैबिनेट से बाहर होने के बाद अपनी नाराजगी और बयानबाजी को लेकर सुर्खियां बटौर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज आज आखिरकार भाजपा की अंबाला लोकसभा सीट से प्रत्याशी बंतो कटारिया के चुनाव प्रचार में कूद पड़े हैं। अपने विधानसभा क्षेत्र अंबाला छावनी में आज अनिल विज ने बंतो कटारिया के प्रचार के लिए विजय संकल्प यात्रा का आयोजन किया। इस दौरान किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध को लेकर बयान दिया। वही रणदीप सुरजेवाला के प्रचार पर बैन को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा ।

विजय संकल्प यात्रा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अनिल विज ने बताया कि आज से अंबाला छावनी में चुनाव प्रचार का श्री गणेश हुआ है। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से इस रोड़ शो का बाजारों में फूल बरसाकर पटाखे बजाकर जगह जगह स्वागत हुआ है उससे यह स्पष्ट होता है कि लोग और हमारे कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी को एक बार फिर देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए और 400पर के नारे को साकार करने में हमसे भी चार कदम आगे होकर तैयार हैं। वहीं किसानों के विरोध की खबरों को लेकर विज ने कहा कि यह लोकतंत्र है सभी को अपनी बात कहने का और प्रचार करने का अधिकार है। लेकिन ध्यान ये रखना चाहिए कि कानून हाथ में ना लिया जाए।

ओपिनियन पोल पर बोले अनिल विज  

हरियाणा के ओपिनियन पोल को लेकर भी अनिल विज ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हम यहां पूरी तरह तैयार हैं जबकि कांग्रेस आज तक अपना संगठन तक नहीं बना पाई। कांग्रेस में धड़े जरूर हैं एक हुड्डा ग्रुप है एक एसआर के। विज ने कहा कि टिकट देने की भी एक प्रक्रिया होती है। विज ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि इनकी तो मंडी लगती है जो ज्यादा बोली लगाएगा उसको टिकट मिल जाएगा।

सुरजेवाला के बोले पूर्व गृह मंत्री अनिल विज

हेमा मालिनी को लेकर की गई टिप्पणी के चलते चुनाव आयोग ने रणदीप सुरजेवाला के प्रचार करने पर 48 घण्टे की पाबंदी लगाई है। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल विज ने कहा कि प्रचार हमेशा मर्यादित रहना चाहिए। हमारी पार्टियां हमारे मत अलग अलग हो सकते हैं लेकिन यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कल कहीं इक्कठे बैठना पड़ जाए तो बैठ सके। विज ने महाभारत और रामायण का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों युद्ध मर्यादा में हुए। यह भी एक युद्ध है इसमें भी मर्यादा रहनी चाहिए।

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