INDIA ब्लॉक में बिखराव, महाराष्ट्र में सीट बंटवारे में देरी के चलते उद्धव ठाकरे ने उठाया ये कदम

INDIA ब्लॉक में बिखराव, महाराष्ट्र में सीट बंटवारे में देरी के चलते उद्धव ठाकरे ने उठाया ये कदम

Loksabha Election 2024: महारष्ट्र राज्य में महा विकास अघाड़ी नेताओं के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना ने इस पार्टी के बीच 48 लोकसभा सीटों में से 18 पर अपने चुनाव समन्वयक नियुक्त कर दिए हैं। इसमें से 6 में से 4 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं। महाराष्ट्र की 18 लोकसभा सीटों पर उसके दावे के रूप में उद्धव सेना के इस कदम को देखा जा रहा है।

2 फरवरी को MVA की हुई थी आखिरी बैठक

शिवसेना ने अपने इलेक्शन कोऑर्डिनेटर मुंबई साउथ, मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ वेस्ट और मुंबई नॉर्थ ईस्ट लोकसभा सीटों परनियुक्त किए हैं। इससे पता चलता है कि मुंबई मेंउद्धव ठाकरे की पार्टी सहयोगी दलों कांग्रेस और एनसीपी (शरद गुट) के लिए केवल 2 सीटें छोड़ने के लिए इच्छुक है। 2 फरवरी को सीट बंटवारे को लेकर एमवीए की आखिरी बैठक हुई थी। इसके तुरंत बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।

22 फरवरी को हो सकती है अगली बैठक

कांग्रेस को लगे इस बड़े झटके के बाद एमवीए नेताओं के बीच कोई चर्चा नहीं हुई है। प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) भी बंटवारे को लेकर एमवीए की पिछली बैठक में शामिल हुई थी। एमवीए में सीट बंटवारे पर निर्णय लेने से पहले एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) बनाने परप्रकाश अंबेडकर ने दवाब दिया था। 22 फरवरी को सीट बंटवारे की व्यवस्था पर चर्चा के लिए महा विकास अघाड़ी कीअगली बैठककी संभावना है।

22 सीटों पर चुनाव लड़ा था

2019 के लोकसभा चुनावमें अविभाजित शिवसेना, भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ा था। महाराष्ट्र की 48 में से 22 सीटों पर उसने अपने उम्मीदवार उतारे थे और 18 सीटें जीती थीं, जिनमें 3 मुंबई की सीटें थीं। शिवसेना के 40 विधायकों ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में उद्धव ठाकरे के खिलाफ जून 2022 में बगावत कर दी थी। इसके बाद उद्धव गुट और शिंदे गुट के बीचपार्टी पर दावे को लेकर लड़ाई छिड़ी थी। एकनाथ शिंद गुट को चुनाव आयोग ने असली शिवसेना माना। इस तरह पार्टी के सिंबल और नाम पर शिंदे गुट का अधिकार हुआ।

उद्धव ठाकरे ने ठोका दावा

उद्धव ठाकरे की पार्टी ने अपना नाम शिवसेना और चुनाव चिन्ह जलती मशाल रखा।भाजपा के साथ महायुती बनाकरउन्होंनेमहाराष्ट्र में नई सरकार बनाई। महायुती सरकार में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने। अब अजित पवार की एनसीपी भी महायुती का हिस्सा है। कांग्रेस नेताओं के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने की एक श्रृंखला के बाद, उद्धव सेना उन सभी मौजूदा सीटों पर दावा कर रही है, जिन पर 2019 में उसके उम्मीदवार जीते थे।

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