Depression and Anxiety Self Treatment: डिप्रेशन में जाने के बाद ना उठाएं सुशांत सिंह राजपूत जैसे कदम, जानें कैसे निकलें डिप्रेशन से बाहर

Depression and Anxiety Self Treatment: डिप्रेशन में जाने के बाद ना उठाएं सुशांत सिंह राजपूत जैसे कदम, जानें कैसे निकलें डिप्रेशन से बाहर

नई दिल्ली. बॉलीवुड जगत के लिए यह साल 2020 एक बुरे सपने जैसा बन गया हैं जहां एक तरफ देशभर में कोरोना का कहर जारी हैं वही दूसरी तरफ बॉलीवुड जगत के लिए यह दौर मातम का दौर चल रहा हैं. अभी इरफान खान, ऋषि कपूर, वाजिद खान के मौत से पूरा बॉलीवुड सदमे में था तो वही दूसरी तरफ बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने की आत्महत्या की खबर ने पूरे माहौल को एक बार और गमहीन कर दिया

जानकारी के मुताबिक बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत लंबे समय से डिप्रेशन का शिकार थे। इसलिए ऐसे में हम  आपकों बता दें कि डिप्रेशन ऐसी क्या चीज हैं जो इसांन को मौत के इतने करीब ले जाती हैं. इस डिप्रेशन की वजह से लोग खुद आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं. डिप्रेशन लोगों को कुछ सोचने समझने नही देती और वह कुछ भी कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं. अब हमें यह जानना भी बहुत जरुरी हैं कि डिप्रेशन क्या हैं और इसका क्या कारण होता हैं और हमें डिप्रेशन पीडित व्यक्ति को किस तरह से डिप्रेशन बाहर निकालना हैं.

डिप्रेशन के कारण-

देखा जाए तो डिप्रेशन के भी बहुत ही अलग-अलग कारण होते हैं जैसे कि घर में लड़ाई झगड़े, लव लाइफ में बहुत अधिक झगड़े होना, करियर की टेंशन,लाइफ में सक्सेस ना मिलने की टेंशन,पढ़ाई की टेंशन, ऑफिस का दबाव और कभी-कभी अपने बारे में गलत अफवाह और कानाफूसी के चलते भी इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे कई अन्य कारण और भी हैं जो इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।

डिप्रेशन में जाने के बाद इंसान के साथ क्या क्या होना शुरु हो जाता हैं. डिप्रेशन से पीडित व्यक्ति अकेला-अकेला  रहना शुरू कर देता है. किसी से भी कोई भी बात शेयर नही करता. जिस वजह से वह अंदर हा अदंर से घुटता रहता हैं. और लोगों से अपनी समस्याओं को बताने में भी हिचकिचाहट होने लगती है। और कुछ लोगों के साथ यह भी समस्या है कि अगर वह किसी के साथ भी अपनी समस्या को शेयर करते हैं.  तो सामने वाला व्यक्ति उस परेशानी और स्थिति को समझ ही नहीं पाते और इंसान इस वजह से भी ज्यादा टूट जाता है। और धीरे-धीरे बातों को दिमाग पर लेना शुरु कर देता  हैं. और कुछ बाते दिमाग पर इतनी हावी हो जाती हैं कि उन्हें इस इस दुनिया में जीना अच्छा ही नहीं लगता है।

डिप्रेशन से कैसे आएं बाहर-

डिप्रेशन में जाने के बाद कई सारे लोग ऐसे भी होते हैं जो काउंसलर या फिर मनोचिकित्सक की सलाह लेकर डिप्रेशन से बाहर आ जाते हैं।

इसके अलावा आप डिप्रेशन से व्यक्ति बहुत ही ज्यादा जूझ रहा हैं तो अपने आस-पास मौजूद लोगों से अपनी परेशानी के बारे में बताएं और सब के साथ अच्छे से घूल मिलकर रहें. जितना ज्यादा हो सके लोगों के साथ अपना वक्त बिताएं।

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