
Blasphemy Law : पाकिस्तान में हिंसक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पहले हिंदूओं को निशाना बनाया जा रहा था। हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे थे अब वहीं पाकिस्तान में ईसाई समुदाय के लोग निशाने पर आ गए हैं। बुधवार को पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जरानवाला में भीड़ ने पांच चर्चों में आग लगा दी। भीड़ ने जरानवाला में सेल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेसबिटेरियन चर्च, अलायड फाउंडेशन चर्च पर हमला बोल दिया। अचानक से भीड़ के गुस्से की वजह ईशनिंदा बताई जा रही है।
क्या था मामला
दरअसल, ये पूरा मामला कुरान के कथित अपमान से जुड़ा हुआ है। पुलिस का कहना है कि एक ईसाई व्यक्ति और उसकी बहन ने कथित तौर पर कुरान का अपमान किया और आपत्तिजनक टिप्पणी की। वहीं भीड़ ने ईशनिंदा के आरोपी ईसाई व्यक्ति के घर को भी तहस-नहस कर दिया। और एक ईसाई कब्रिस्तान में भी तोड़फोड़ कर दिया। वहीं इस पूरे मामले पर जरानवाला पुलिस थाने के अधिकार आसिफ अली ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चामरा मंडी के मुहम्मद अफजल और चार अन्य मुसलमानों ने राजा अमीर मसीह और उसकी बहन राकी मसीह पर कुरान का अपमान करने और पैगम्बर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने भाई-बहन पर पाकिस्तान पीनल कोड की धारा 295-C और 295-B के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मसीह परिवार भाग गया है। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम बनाई है। पुलिस ने आरोपी के घर को भी घेर लिया है।
इससे पहले भी सामने आई थी घटनाएं
वहीं इससे पहले भी पाकिस्तान से ईशनिंदा कानून के वजह से कई घटनाएं सामने थीं। इसी साल 10 अगस्त को दक्षिणी बलूचिस्तान के तुरबत शहर में अंग्रेजी के टीचर अब्दुल रऊफ बलोच पर ईशनिंदा का आरोप लगा था जिसके बाद टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।पिछले साल 12 फरवरी को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति को 300 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर कर मार डाला था। उस व्यक्ति पर कुरान का अपमान करने का आरोप लगा था। हालांकि पुलिस ने उसे बचाने की कोशिश की थी लेकिन भीड़ ने पथराव कर दिया था।
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