रूस के खिलाफ क्यों हुई उन्हीं की प्राइवेट आर्मी? वैगनर ग्रुप ने खाई सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकने की कसम

रूस के खिलाफ क्यों हुई उन्हीं की प्राइवेट आर्मी? वैगनर ग्रुप ने खाई सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकने की कसम

नई दिल्लीरूसी भाड़े के समूह (Mercenary Group)वैगनर के प्रमुख, येवगेनी प्रिगोझिन ने शनिवार को रूसी सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकने की कसम खाई है। अब साफ दिख रहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की निजी आर्मी ने उनके खिलाफ बगावत कर दी है। एक समय पर जब यहीं वैगनर ग्रुप रूस की तरफ से यूक्रेन में युद्ध लड़ रहा था।

खबरो के अनुसार, वैगनर ग्रुप के लीडर येवगेनी विक्टरोविच प्रिगोझिन (Yevgeny Viktorovich Prigozhin)ने अपने लड़ाकों को रोस्तोव (Rostov)शहर में भेज दिया है और उनका दावा है कि सेना मुख्यालय और एक हवाई अड्डे समेत शहर के सैन्य स्थलों को कब्जा कर लिया है। सड़कों पर टैंकों को उतार दिया है। रूसी सेना के साथ उनकी झड़प की खबरें भी सामने आ रही हैं। उसका कहना है कि उसके 25,000 जवान मरने को तैयार हैं।

यूक्रेन में वैगनर की भूमिका?

62 वर्षीय प्रिगोझिन रूसी वैगनर के प्रमुख संस्थापक हैं। वैगनर ने बखमुत सहित कई प्रमुख यूक्रेनी शहरों पर कब्ज़ा करने का नेतृत्व किया और रूस में सार्वजनिक प्रशंसा प्राप्त की है। वैगनर ने युद्ध में प्रमुख भूमिका निभाई और युद्ध में रूसी सैनिकों को भारी क्षति और असफलताओं के बाद कमान संभाला। प्रिगोझिन ने सेनानियों की भर्ती के लिए रूसी जेलों का दौरा किया, और वादा किया कि अगर वे वैगनर के साथ फ्रंट-लाइन पर लड़ते है और युद्ध में आधे साल तक लड़ते हुए बच गए तो उन्हें माफ़ कर दिया जाएगा।

वहीं प्रिगोझिन ने खुलेआम कह दिया है कि जो कोई भी हमारे सेंटर्स में प्रवेश करेगा वह इसके लिए जवाबदेह होगा। इसके बाद रोस्तोव में रूसी अधिकारियों ने लोगों को घरों में ही रहने की अपील की है। वहीं रूसी सेना ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है। मॉस्को को कनेक्ट करने वाले हाई-वे को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा येवगेनी की गिरफ्तारी के आदेश भी जारी कर दिए हैं। पुतिन के लिए वैगनर ग्रुप का विद्रोह एक बड़ा झटका है क्योंकि यह ग्रुप यूक्रेन से युद्ध में उनकी मदद कर रहा था।

व्लादिमीर पुतिन से क्यों नाराज है वैगनर ग्रुप?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर ग्रुप ने अपने ऑडियो मैसेज के जरिए आरोप लगाया कि रूस की सेना ने हमारे शिविरों पर मिसाइल हमले किए, जिससे बड़ी संख्या में हमारे लड़ाके, हमारे साथी मारे गए।' मैसेज में आगे कह कि हमारे कमांडरों की परिषद ने फैसला लिया है कि देश का सैन्य नेतृत्व जो बुराई लाता है, उसे रोका जाना चाहिए। जो कोई भी प्रतिरोध करेगा - हम इसे खतरा मानेंगे और इसे तुरंत नष्ट कर देंगे। यह कोई सैन्य तख्तापलट नहीं है, बल्कि न्याय का मार्च है।'

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