इस्तांबुल विस्फोट के लिए तुर्की ने कुर्द उग्रवादियों पर लगाया इल्जाम, संदिग्ध महिला सहित 46 लोग गिरफ्तार

इस्तांबुल विस्फोट के लिए तुर्की ने कुर्द उग्रवादियों पर लगाया इल्जाम, संदिग्ध महिला सहित 46 लोग गिरफ्तार

नई दिल्लीरविवार को तुर्की में हुए बम ब्लास्ट में पुलिस ने कहा है कि, एक सीरियाई महिला ने इस्तांबुल की सड़क पर बम लगाया था। जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। रिपोर्टों से पता चलता है कि उसे कुर्द आतंकवादियों द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।

विस्फोट के सिलसिले में 46 लोगों को हिरासत में लिया

आपको बता दे कि, महिला ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि उसे कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) से एक आदेश मिला था। समूह को अंकारा और उसके पश्चिमी सहयोगियों द्वारा एक आतंकवादी समूह के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इससे पहले इस्तांबुल पुलिस ने भी विस्फोट के सिलसिले में 46 लोगों को हिरासत में लिया था। महिला की पहचान अहलम अलबशीर के रूप में हुई है।

सीरिया के अफ्रिन क्षेत्र से तुर्की में प्रवेश किया

प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस ने कहा कि महिला को सीरिया में कुर्द आतंकवादियों द्वारा प्रशिक्षित किया गया था और उत्तर पश्चिमी सीरिया के अफ्रिन क्षेत्र से तुर्की में प्रवेश किया था। हाल के वर्षों में, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने उग्रवादियों के साथ-साथ कुर्द सांसदों और कार्यकर्ताओं पर व्यापक कार्रवाई की है। आसमान छूती महंगाई और अन्य आर्थिक परेशानियों के बीच, अगले साल राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों से पहले एर्दोगन का आतंकवाद विरोधी अभियान उनके लिए एक महत्वपूर्ण रैली बिंदु है।

विस्फोट की रिपोर्टिंग पर अस्थायी रूप से रोक

तुर्की की मीडिया निगरानी संस्था ने विस्फोट की रिपोर्टिंग पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। इस कदम से प्रसारक विस्फोट के दौरान और उसके बाद के वीडियो नहीं दिखा पाएंगे। रेडियो और टेलीविजन की सर्वोच्च परिषद ने पहले भी हमलों और दुर्घटनाओं के बाद इस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। तुर्की में 2015 से 2017 के बीच कई बार विस्फोट हुए थे जिनका संबंध इस्लामिक स्टेट और गैर कानूनी कुर्दिश समूहों से था।

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