आपदा को अवसर समझने की गलती पाक को पड़ी भारी, तुर्की ने शहबाज शरीफ को किया सरेआम अपमानित

आपदा को अवसर समझने की गलती पाक को पड़ी भारी, तुर्की ने शहबाज शरीफ को किया सरेआम अपमानित

नई दिल्लीभूकंप  से तबाह तुर्की और सीरिया का हाल बेहाल है। तबाही का मंजर ऐसा है कि दोनों ही देश अब मदद के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की ओर देख रहे है। वहीं तबाही के बात दुनियाभर के देशों ने एकजुटता देखते हुए सीरिया और तुर्की को मदद की पेशकश की है। भारत भी 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत दोनों देशों की मदद कर रहा है। वहीं पाकिस्तान ने इस आपदा को अवसर में बदलने की कोशिश की,जो उस पर ही उल्टा पड़ गया।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरेआम हुई फजीहत

वहीं इस मुश्किल समय में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुर्की के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए राजधानी अंकारा की यात्रा की घोषणा की थी। लेकिन भूकंप से बेहाल तुर्की ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीख की मेजबानी करने से इनकार कर दिया है। इसके बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को अपनी यात्रा को स्थगित करना पड़ गया। इसे को अंतरराष्ट्रीय और कूटनीतिक स्तर पर एक बड़े झटके रूप में देखा जा रहा है।  

तुर्की इस समय सिर्फ और सिर्फ अपने देश के नागरिकों की देखभाल करना चाहता है

आपको बता दे कि, विनाशकारी भूकंप के अगले दिन पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्विटर पर एक बयान जारी करते हुए कहा था, "प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की यात्रा के लिए कल सुबह अंकारा रवाना होंगे। इस दौरान भूकंप से हुए जानमाल के नुकसान और तुर्की के लोगों के लिए वो राष्ट्रपति अर्दोआन के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। इसी कारण से गुरुवार को बुलाई गई एपीसी की बैठक को स्थगित किया जा रहा है। सहयोगी दलों के परामर्श के बाद नई तारीख की घोषणा की जाएगी।"

हालांकि, उनके ट्वीट के कुछ घंटों बाद ही तुर्की के प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक आजम जमील ने ट्वीट करते हुए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की मेजबानी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "तुर्की इस समय सिर्फ और सिर्फ अपने देश के नागरिकों की देखभाल करना चाहता है। इसलिए कृपया राहत कर्मचारियों को ही भेजें।"

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